केरल : कांग्रेस में 36 घंटे के ड्रामे और विद्रोह के बाद, जोस के मणि बने राज्यसभा उम्मीदवार
36 घंटों के चले ड्रामे के बाद केरल कांग्रेस (एम) ने अपने नेता जोस के मणि को राज्यसभा चुनाव में यूडीएफ उम्मीदवार के तौर पर उतारने का निर्णय किया. मणि को संसद के ऊपरी सदन के लिए चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर उतारने का निर्णय यहां के पास स्थित पाला में केसी (एम) की बैठक में किया गया. यह निर्णय के एम मणि के नेतृत्व वाली पार्टी के दो वर्ष बाद फिर से यूडीएफ में शामिल होने के कुछ घंटे बाद किया गया.
के एम मणि के पुत्र जोस के मणि वर्तमान में लोकसभा में पार्टी के एकमात्र सांसद हैं और वह कोट्टायम संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. वरिष्ठ नेता पी जे जोसेफ ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘जोस के मणि राज्यसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार होंगे. यह सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय है.’’
जोस के मणि ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2004 के संसदीय चुनावों से की थी. उस बार जोस चुनाव नहीं जीत सके लेकिन 2009 के चुनाव में जोस ने सीपीएम के सुरेश कुरुप को 7000 वोटों से हराकर कोट्टायम संसदीय सीट जीत ली थी. 2014 में जेडीएस के मैथ्यू टी थॉमस को हराकर उन्होंने चुनाव जीता.
बता दें कि राज्य सभा की एक सीट केरल कांग्रेस(एम) को देने के बाद कांग्रेस को केरल में असंतोष और बगावत का सामना करना पड़ रहा था. यह सीट जॉय अब्राहम के रिटायर होने के बाद खाली हुई थी. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी, केरल कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष एमएम हसन और नेता विपक्ष रमेश चेन्नीथला ने फैसला किया था कि यह सीट केएम मणि की पार्टी केरल कांग्रेस के लिए छोड़ी जाएगी. इसके बाद पूरे राज्य में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किए. रातभर में ही इस फैसले के विरोध में पोस्टर और बैनर लगा दिए गए. वहीं वर्तमान घटनाक्रम से बीजेपी के खेमे में खुशी दिख रही है.