राहुल की सभा पर शर्तों से सियासत तेज, 6 जून को होनी है
मंदसौर गोलीकांड की बरसी पर 6 जून को मंदसौर के पिपल्या मंडी में आयोजित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा को लेकर स्थानीय प्रशासन की शर्तों के अंबार और फिर संशोधित अनुमति जारी करने को लेकर सियासत तेज हो गई है। मप्र कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे राहुल गांधी और किसानों की आवाज दबाने की कोशिश बताया है प्रशासन की शर्तों को लेकर कमलनाथ ने ये सवाल खड़ा किया है कि भविष्य में अमित शाह और नरेंद्र मोदी की सभाओं को लेकर भी ऐसी ही शर्तें लागू होगी कि नहीं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि 6 जून 2017 को किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौत के बाद राहुल गांधी के मंदसौर प्रवेश और व मृत किसानों के परिजनों से मिलने नहीं दिया था। इस बार भी सरकार ऐसा ही रवैया अपना रही है
इस घटना के एक वर्ष पूरा होने पर घटना स्थल मंदसौर की पिपल्या मंडी में होने वाली राहुल गांधी की आमसभा और लाखों किसानों की इस अवसर पर एकजुटता, किसान विरोधी शिवराज सरकार को हजम नहीं हो रही है। इसलिए वे इस कार्यक्रम की अनुमति के नाम पर गैरवाजिब शर्तें रखकर राहुल गांधी व किसानों की आवाज को दबाना चाहती है।