सुसाइड करने वाले किसानों का स्मारक बनाएगी कांग्रेस

मध्यप्रदेश में चुनावी युद्ध शुरू हो चुका है। एक तरफ शिवराज सिंह सरकार किसान सम्मान यात्रा निकालकर किसानों को अपने साथ मिलाने की कोशिश कर रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस किसानों के दर्द को हाईलाइट करने की योजना पर काम कर रही है। कांग्रेस ने भी 'किसान कलश यात्रा' की रणनीति बनाई है। सुसाइड करने वाले किसानों के खेत की मिट्टी लाइ जाएगी और उससे एक स्मारक बनाया जाएगा।
राज्य में जिन-जिन किसानों ने आत्महत्या की है, उनके खेतों की मिट्टी को लेकर मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस एक महीने तक किसान कलश यात्रा निकालेगी। मंदसौर जिले के पिपलिया में किसान आंदोलन के सालभर पूरे होने पर छह जून को वहां यात्रा संपन्न् होगी। यात्रा में एकत्रित मिट्टी के कुछ हिस्से को नदी में विसर्जित किया जाएगा व कुछ हिस्से से दिवंगत किसानों की स्मृति में पिपलिया मंडी में स्मारक जैसा प्रतीकात्मक निर्माण किया जाएगा। किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने बताया कि भोपाल के खेजड़ा गांव के किसान पप्पू मीणा के खेत की मिट्टी को लेकर जिले के कार्यकर्ता पांच मई को करोंद पर एकत्रित होंगे। उस मिट्टी को एक कलश में भरने के बाद रथ में लेकर यात्रा भोपाल से रवाना होगी। इसके पहले कलश यात्रा की शुरुआत पीसीसी से होगी। यह यात्रा प्रदेश के विभिन्न् अंचलों में पहुंचेगी, जहां आत्महत्या करने वाले किसानों के खेतों की मिट्टी का कलश में लेकर आगे बढ़ती रहेगी।
गुर्जर ने बताया कि प्रदेश में सभी जिला-ब्लॉक अध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि वे खेती के लिए कर्ज लेने व फसल खराब, उचित कीमत नहीं मिलने से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों से मिलें। उनसे उनके खेत की मिट्टी लें और उसे कलश में भरकर कलश यात्रा में चल रहे रथ आने पर सौंप दें। यात्रा 6 जून को मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी पहुंचेगी, जहां सभा होगी। गुर्जर ने बताया कि कलश में एकत्रित खेतों की मिट्टी के कुछ हिस्से को नदी में विसर्जित कर दिया जाएगा और कुछ हिस्से से स्मारक बनाया जाएगा।