प्रमोशन के बाद आईएएस बनने वाले 17 अफसरों की पदोन्नति में नया पेंच
राज्य प्रशासनिक सेवा से प्रमोशन के बाद आईएएस बनने वाले 17 अफसरों की पदोन्नति में नया पेंच आ गया है। डीपीसी के बाद 17 अधिकारियों की पदोन्नति के लिए नोटिफिकेशन जारी करने के बाद डीओपीटी ने इन अफसरों की रिव्यू डीपीसी के संकेत दिए हैं। इसके पीछे मुख्य वजह राज्य कृषि विपणन बोर्ड में अपर संचालक के रूप में पदस्थ राप्रसे अफसर विनय निगम द्वारा कोर्ट में लगाई गई याचिका है। कोर्ट के फैसले के आधार पर डीओपीटी ने इसका फैसला लिया है।
राप्रसे अफसर निगम 1994 बैच के अधिकारी हैं जिनकी वरिष्ठता जीएडी ने 1997 बैच के अफसरों के साथ तय कर दी है। जीएडी की ग्रेडेशन लिस्ट में इनको नाम मीनाक्षी सिंह के नाम से नीचे है जबकि उनके बैच के अफसर संदीप माकिन, सुरेश कुमार, मुजीबुर्रहमान खान प्रमोट होकर आईएएस बन गए हैं। जीएडी के फैसले के विरुद्ध उनके द्वारा कैट की जबलपुर बेंच में याचिका लगाई गई थी जिसमें साथी अफसरों के प्रमोशन के आधार पर खुद को प्रमोट किए जाने का पक्ष रखा गया था। इसका फैसला आने के पहले ही 14 मार्च को 17 अफसरों को प्रमोट कर दिया गया। इसके बाद कोर्ट ने डीओपीटी को दिए आदेश में कहा है कि विनय निगम को प्रमोशन के पात्र पाए जाने की दशा में पदोन्नत करना होगा। इसी के आधार पर डीओपीटी ने 6 अप्रैल को किए नोटिफिकेशन में कहा है कि कोर्ट के फैसले के आधार पर निगम इसके पात्र होंगे। सूत्रों के मुताबिक चूंकि निगम के बैच के साथी अफसरों को पदोन्नति मिल चुकी है, इसलिए कोर्ट का फैसला आने पर एसएएस से आईएएस की रिव्यू डीपीसी होना तय माना जा रहा है।
इनको मिला है प्रमोशन
जिन अधिकारियों को 14 मार्च को हुई डीपीसी में एसएएस से आईएएस बनने का मौका मिला है, उनमें मंत्रालय में मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव कार्यालय और जीएडी में पदस्थ अफसर संजीव श्रीवास्तव, उमाशंकर भार्गव, संजय कुमार, उषा परमार के अलावा सीईओ जिला पंचायत धार रवीन्द्र कुमार चौधरी, सीईओ स्मार्ट सिटी भोपाल चंद्रमौलि शुक्ला, जीएम पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी मनोज पुष्प, सीईओ इंदौर विकास प्राधिकरण गौतम सिंह, प्राचार्य राजस्व प्रशिक्षण शाला इंदौर प्रीति जैन, सीईओ जिला पंचायत दमोह हरिसिंह मीणा शामिल हैं। इनके अलावा अपर संचालक पीईबी सरिता बाला ओम प्रजापति, एमडी एमपी पाठ्यपुस्तक निगम दिनेश जैन, संयुक्त आवासीय आयुक्त एमपी भवन मुंबई संजय कुमार मिश्रा, अपर कलेक्टर ग्वालियर शिवराज सिंह वर्मा को भी एसएएस से आईएएस बनने का मौका मिला है। साथ ही डीपीसी में शामिल नाम अशोक कुमार चौहान का लिफाफा बंद रखा गया है और गिरीश शर्मा मसूरी में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं।