अगले 5 साल में 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी इंडियन ऑयल
देश की शीर्ष सार्वजनिक पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्प ने अगले 5-7 साल में 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है. देश के विविध समूहों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए इंडियन ऑयल यह निवेश करेगी.
कंपनी की सालाना महासभा (AGM) में शेयरधारकों की बैठक को संबोधित करते हुए इंडियन ऑयल के चेयरमैन संजीव सिंह ने यह घोषणा की. गौरतलब है कि इंडियन ऑयल के पास देश में 11 रिफाइनरियां हैं और देश की 50 लाख बैरल प्रति दिन (bpd) की रिफाइनिंग क्षमता का करीब एक-तिहाई हिस्सा इसके पास ही है.
सिंह ने कहा कि इंडियन ऑयल भविष्य के लिए तैयार एक ऐसी कंपनी बनना चाहती है जो विविध तरह के समूहों को व्यापक ऊर्जा समाधान मुहैया कर सके और इसके लिए उक्त निवेश काफी मददगार होगा.
उन्होंने बताया कि कंपनी 2023-24 तक अपने पेट्रोकेमिकल क्षमता के विस्तार के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी और आठ साल में गैस वितरण प्रोजेक्ट के विस्तार के लिए 10,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 28,200 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया था. कंपनी के बोर्ड ने ओडिशा के पारादीप में एक प्लास्टिक पार्क बनाने को मंजूरी दे दी है. यह पार्क इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ ओडिशा के साथ जॉइंट वेंचर में लगाया जाएगा.
इसके अलावा ओडिशा के ही भद्रक में एक टेक्सटाइल प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण और जॉइंट वेंचर पार्टनर को भी मंजूरी दे दी गई है. ओडिशा सरकार ने इसके लिए 60 एकड़ जमीन का आवंटन किया है.
गौरतलब है कि हाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL), इंडियन ऑयल को पीछे छोड़ते हुए फॉर्च्यून ग्लोबल 500 लिस्ट में सबसे ऊंची रैंकिंग वाली भारतीय कंपनी बन गई है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 42 पायदान का छलांग लगाकर इस साल इस सूची में 106वें स्थान पर जगह बनाई और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) को काफी नीचे (117वें पायदान पर) छोड़ दिया है