जाकिर नाइक को मलेशिया सरकार ने भेजा नोटिस, पूछताछ के लिए बुलाया
मलेशिया सरकार ने इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाइक को पूछताछ के लिए बुलाया है. दरअसल, पिछले तीन साल से मलेशिया में रह रहे नाइक के नफरत फैलाने वाले भाषण से मलेशियाई सरकार नाराज है. मलेशिया के गृह मंत्री मुहिद्दीन यासिन ने बताया कि पुलिस नाइक और कुछ और लोगों से इस संबंध में पूछताछ करेगी. उन पर लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए झूठी खबरें प्रचारित करने का आरोप है.
मलेशिया के गृह मंत्री मुहीदीन यासिन ने कहा कि चीनी शिक्षा समूह डोंग ज़ोंग को भी बुलाया जाएगा. मुहिदीन ने एक बयान में कहा है कि पुलिस ने कई अन्य व्यक्तियों को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिनमें से कुछ पर नजर रखी जा रही है. पर्याप्त सबूत होने पर दंड संहिता की धारा 504 के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी. मलेशियाई दंड सहिंता की धारा 504 में किसी समुदाय को नीचा दिखाने पर कार्रवाई करने का प्रावधान है.
इससे पहले, मुहिद्दीन ने कहा कि इसने कुछ पार्टियों ने बहुराष्ट्रीय नागरिकों की संवेदनशीलता पर विचार किए बिना नस्लीय बयान दिए हैं. इससे पहले मानव संसाधन मंत्री एम. कुलसेगरन ने कहा कि वह कैबिनेट बैठक में मुस्लिम उपदेशक डॉक्टर जाकिर नाइक के मलेशिया में भारतीयों के खिलाफ कथित उकसावे का मुद्दा उठाएंगे. दरअसल, जाकिर नाइक ने कहा था कि मलेशिया में रहने वाले हिंदू मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से ज्यादा नरेंद्र मोदी के प्रति वफादार हैं.
मानव संसाधन मंत्री एम. कुलसेगरन ने यह भी कहा था कि जाकिर नाइक को मलेशियाई मामलों की आलोचना या स्थानीय समुदायों में हस्तक्षेप करने का हक नहीं है. मंत्री ने कहा, 'जाकिर नाइक एक बाहरी आदमी है, एक भगोड़ा है और उसे मलेशियाई इतिहास की बहुत कम जानकारी है, इसलिए, उसे स्थानीय लोगों को नीचा दिखाने जैसा विशेषाधिकार नहीं दिया जाना चाहिए.'
मंत्री ने कहा कि जाकिर नाइक का बयान किसी भी तरह से मलेशिया के स्थायी निवासी होने का पैमाना नहीं है. इसलिए मलेशियाई हिंदुओं पर सवाल उठाने वाले जाकिर नाइक पर एक्शन होना चाहिए.
गौरतलब है कि जाकिर नाइक भारत में नफरत फैलाने वाले अपने भाषणों से युवाओं को आतंकवादी गतिविधयों के लिए उकसाने और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों का आरोपी है.