PNB Scam: मेहुल चोकसी का CBI को जवाब- जांच के लिए भारत आना मुश्किल
पंजाब नेशनल बैंक में हुए 12 हजार 700 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने एक बार फिर सीबीआई को पत्र भेजकर जांच में शामिल होने में असमर्थता जाहिर की है.
मेहुल ने सीबीआई के नोटिस के जवाब में लिखा है कि क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने उनसे संपर्क नहीं किया और उनका पासपोर्ट भी निलंबित है. उन्होंने कहा कि सीबीआई के प्रति उनके मन में सम्मान है. इसी के चलते पहले भी सीबीआई के नोटिसों पर प्रतिक्रिया दी है.
पंजाब नेशनल बैंक में हुई 12 हजार 700 करोड़ रुपये के कथित घोटाला के आरोपी मेहुल चोकसी ने सीबीआई से पूछा है कि उन्होंने किस आरोप में उनका पासपोर्ट निलंबित किया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने आरपीओ मुंबई से जानकारी भी लेनी चाही लेकिन उन्हें कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि मैं सीबीआई और ईडी से पूछना चाहता हूं कि मैं कैसे भारत की सुरक्षा के लिए खतरा हूं और मेरा पासपोर्ट क्यों निलंबित किया गया है.
इससे पहले भी एक बार मेहुल चोकसी ने गैर जमानती वारंट जारी होने पर कहा था कि वह पहले भी बता चुके हैं कि स्वास्थ्य समस्या के चलते वह भारत नहीं आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि मैं ऐसी स्थिति में नहीं हूं कि यात्रा कर सकूं. उन्होंने कहा कि उन्हें दिल की बीमारी है.
गौरतलब है कि सीबीआई ने 14 फरवरी को नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल मोदी, मेहुल चोकसी और उनकी कंपनियों डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलार डायमंड के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज की थी. मोदी, उनका परिवार और चोकसी जनवरी के पहले सप्ताह में ही देश छोड़कर फरार हो गए थे. सीबीआई ने चोकसी के गीतांजलि समूह के खिलाफ 4,886.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को लेकर 15 फरवरी को दूसरी एफआईआर दर्ज की थी.
उधर, पंजाब नैशनल बैंक के साथ 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन फ्रॉड केस की जांच का दायरा अब दूसरे बैंकों की तरफ भी बढ़ता दिख रहा है. इस मामले में गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) ने अब ICICI बैंक की चंदा कोचर और एक्सिस बैंक की शिखा शर्मा को पूछताछ के लिए तलब किया है. ये दोनों ही टॉप बैंक अधिकारी उस कंसोर्टियम की सदस्य थीं, जिन्होंने नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी की कंपनी गितांजलि ग्रुप के लिए 3280 करोड़ रुपये के बैंक लोन की मंजूरी दी थी
आपको बता दें कि नीरव मोदी, उनके मामा मेहुल चोकसी और उनसे जुड़ी कंपनियों पर पीएनबी से 12,717 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, उसका कारोबार अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया और भारत सहित कई देशों में फैला है. उसने अपनी मौजूदा स्थिति के लिए नकदी और सप्लाइ चेन में दिक्कतों को जिम्मेदार बताया है. अदालत में दाखिल दस्तावेजों के अनुसार कंपनी ने 10 करोड़ डालर की आस्तियों व कर्ज का जिक्र किया है.