रूस में कायम पुतिन का दबदबा, राष्ट्रपति चुनाव में फिर बड़ी जीत की ओर
रूस में रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन एक बार फिर सत्ता के शिखर पर काबिज होते दिख रहे हैं. केंद्रीय चुनाव आयोग के मुताबिक, अब तक लगभग सारे ही मतपत्रों की गिनती हो चुकी है, जिनमें 76% से ज्यादा पुतिन को गए हैं. वहीं कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार पावेल ग्रुडिनिन को 13.39 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ रशिया के प्रमुख व्लादिमीर झिरिनोवस्काइ को 6.34 फीसदी वोट मिले हैं.
वहीं शुरुआती रुझानों में ही अपनी जीत पक्की देख पुतिन ने मास्को में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'वोटरों ने बीते कुछ साल की उनकी उपलब्धियों पर मुहर लगाई है.'
इससे पहले रूसी सरकार के अधिकारियों ने बताया था कि रविवार को अच्छा खासा मतदान हुआ है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगा रहा है.
पुतिन के खिलाफ इस चुनाव में सात उम्मीदवार खड़े हैं. वहीं उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी एलेक्जई नवलनी पर कानूनी कारणों को लेकर रोक लगा दी गई है, इसलिए पहले से ही यह तय माना जा रहा था कि इन चुनावों में पुतिन एक बार फिर आसानी से जीत जाएंगे.
पुतिन ने 2000 में पहली बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से विपक्ष की आवाज को दबा कर, टेलीविजन पर सरकारी नियंत्रण कर और विदेशों में रूस के दर्जे को दोबारा स्थापित कर दुनिया के सबसे बड़े देश पर अपना पूरा अधिकार कायम कर रखा है. वह यहां पिछले 18 साल से कभी राष्ट्रपति, तो कभी प्रधानमंत्री के रूप में सत्ता के शिखर पर काबिज हैं.