टनल में 13 किमी तक पहुंची रेस्क्यू टीम, आखिरी में 200 मीटर में भरा पानी कीचड़ बना परेशानी

नागरकुरनूल. तेलंगाना के नागरकुलनूल जिले में एसएलबीसी परियोजना के तहत निर्माणाधीन टनल का एक हिस्सा धंस जाने की वजह से 8 लोग पिछले 45 घंटे से अधिक समय से अन्दर फंसे हुए है। भारतीय सेना एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियां लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। लेकिन अभी तक कोई कामयाबी नहीं मिली है। हालांकि उनकी सलामती के लिये प्रार्थना की जा रही है।
तेलंगाना के मंत्री जे. कृष्णाराव ने कहा है कि टनल में काफी मलबा जमा हो चुका है। जिससे अन्दर चलना मुश्किल हो गया है। टनल के अन्दर गये कृष्णाराव ने पत्रकारों से कहा है कि टनल के अन्दर बहुत अधिक मलबा जमा हो गया है। जिससे उसमें से गुजरना असंभव हो गया है। रेस्क्यू टीम उसमें निकलने के लिये रबर ट्यूब और लकड़ी के तख्तों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा है कि हम कुछ नहीं कह सकते, हमें अनुमान है कि लेकिन जिस तरह की घटना हुई वह बहुत गंभीर थी। बचने की संभावना का हम अनुमान नहीं लगा सकते। संभावनायें उतनी अच्छी नहीं है। राज्य सरकार द्वाराा जारी किये गये वीडियो में बचावकर्मियों को मोटे कीचड़, लोहे की छड़ों और सीमेंट के टुकड़ों क बीच रास्ताए बनाते हुए देखा गया।
सुरंग ध्वस्त होने से मची अफरा-तफरी
तेलंगाना के मंत्री उत्तमकुमार रेड्डी ने बताया कि शनिवार की सुबह लगभग 70 लोग टनल में काम कर रहे थे। हादसे के बाद अधिकतर लोग भीतर मौजूद ट्रेन या लोकोमोटिव की मदद से बाहर निकल आये, लेकिन 8 लोग अभी गायब है। उन्होंने बताया कि टनल का आखिरी 200 मीटर हिस्सा पानी और कीचड़ से भर गया है। जिससे बचाव दल को वहां तक पहुंचने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। भारी मशीनरों को अन्द ले जाना संभव नहीं है। इसलिये वैकल्पिक तरीकों से मलबा हटाने की कोशिश की जा रही है।