आउटसोर्स कर्मियों को 28 अक्टूबर को मिलेगा वेतन
भोपाल. प्रदेश के 10 जिलों में पदस्थ एनएचएम आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारियों को पिछले 10 माह से वेतन नहीं दिया गया है। इन्हें शासन द्वारा निर्धारित दर अनुसार समय पर वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे हजारों परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे है। दरअसल स्वास्थ्य विभाग में 12000 आउटसोर्स कर्मचारी सेवाएं दे रहे है। सभी विभागों के अधीन डेढ लाख से अधिक आउटसोर्स कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। सरकार द्वारा र्को भी नीति नहीं बनाई गई है।
हर महीने करोडों रुपये का घपला
स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी एवं निजी कंपनियों के ठेकेदारों की कमीशन खोरी में हर महीनपे करोडों रुपये का घपला किया जा रहा है जबकि जिम्मेदार अधिकारी मौन है। शासन द्वारा निर्धारित दर अनुसार समय पर वेन भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे हजारों परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे है। प्रदेश की दोहरी नीति से मंडला जिले में 10 माह से वेतन नहीं दिया गया।
यहां नहीं मिला वेतन
पन्ना जिले के टेली मेडिसिन में चार माह से, श्योपुर जिले के विजयपुर में पांच माह से, उज्जैन जिले में दो माह से वेतन नहीं दिया गया। इसी प्रकार उमरिया, नरसिंहपुर, शहडोल, सागर जिले में चार-चार माह से वेतन नहीं दिया गया है। जबकि धार जिले, रायसेन, खंडवा में तीन-तीन माह से वेतन नहीं दिया गया है।
इस मुद्दे को लेकर हमने मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भेजकर मामले से अवगत कराया है। प्रदेशभर के आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारियों को सही समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। संघ का अनुरोध है कि शासन द्वारा निर्धारित अर्ध कुशल श्रमिक दर 11082 रुपये अनुसार एवं बोनस वेतन दिए जाने के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को तत्काल वेतन भुगतान करने के निर्देश दिए जाएं।
कोमल सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, एनएचएम संविदा आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ