निश्चिंत रहें! बैंक आपके खाते की जानकारी UIDAI से शेयर नहीं करता

बैंक सिर्फ आपकी पहचान के सत्यापन के लिए UIDAI को खाताधारक का नाम, आधार नंबर और बायोमिट्रिक डीटेल भेजते हैं और UIDAI इसका जवाब हां या न में देता है'. बैंक इसके अलावा और कोई भी जानकारी UIDAI के साथ शेयर नहीं करते हैं.
आधार डाटा लीक होने की खबरों के बाद जैसे-जैसे 31 मार्च करीब आ रहा है, लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ती जा रही हैं. 31 मार्च तक आपको अपने सारे बैंक अकाउंट्स को आधार नंबर से लिंक कराना जरूरी है. लोगों की चिंता इस बात को लेकर है कि क्या आधार डाटा सुरक्षित है और क्या बैंक लोगों के खातों की पूरी जानकारी यूनिक आईडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ शेयर कर देगा?

हैदराबाद आए UIDAI के सीईओ अजय भूषण पांडे ने साफ किया है कि 'खातों की जानकारियां बैंक UIDAI के साथ शेयर नहीं करते. बैंक सिर्फ आपकी पहचान के सत्यापन के लिए UIDAI को खाताधारक का नाम, आधार नंबर और बायोमिट्रिक डीटेल भेजते हैं और UIDAI इसका जवाब हां या न में देता है'. बैंक इसके अलावा और कोई भी जानकारी UIDAI के साथ शेयर नहीं करते हैं.

पांडे ने बताया कि आधार डाटा लीक होने की खबरें पूरी तरह बेबुनियाद हैं और पिछले 7 सालों में कोई भी आधार डीटेल कभी लीक नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि 'जिसे आधार डाटा लीक कहा जा रहा है, वह दरअसल आधार नंबर सार्वजनिक होने का मामला है. एक सरकारी विभाग के पास मौजूद नाम और आधार नंबर सार्वजनिक हो गए थे. हालांकि सिर्फ किसी का आधार नंबर मिलने से उसी तरह कोई नुकसान नहीं हो सकता, जैसे आपका बैंक अकाउंट नंबर किसी को मिलने से वो आपके खाते की जानकारी नहीं ले सकता'.

आधार नंबर सार्वजनिक होने की घटना के बाद से सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है. UIDAI ने केंद्र और राज्य सरकारों को एडवायजरी जारी कर कहा है कि आधार नंबर भी सार्वजनिक नहीं होने चाहिए और अगर ऐसा होता है तो यह IT एक्ट और आधार एक्ट के खिलाफ होगा. UIDAI ने सरकारी कर्मचारियों को कानून की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया है. अजय भूषण पांडे ने बताया कि आधार की वजह से अब तक 1 करोड़ 62 लाख फर्जी राशनकार्ड और 3 लाख से ज्यादा फर्जी नाम पर हासिल किए गए गैस कनेक्शन पकड़े जा चुके हैं.

हल्के-फुल्के अंदाज में उन्होंने कहा कि बॉलीवुड के लिए मुन्नाभाई MBBS, थ्री ईडियट्स के रैंचो और कुंभ के मेले में दो भाइयों का बिछुड़ने की फॉर्मूला फिल्में अब आउटडेटेड हो गई हैं. दर्शक अब इस तरह की कहानियों को नहीं पचा पाएगा, क्योंकि अब सभी जानते हैं कि आधार नंबर की वजह से मुन्नाभाई और रेंचो परीक्षा देते वक्त पकड़े जाएंगे और बिछड़े भाई आधार नंबर के जरिए आसानी से मिल जाएंगे.