संभावित बाढ़ से निपटने के लिये संबंधित विभागों के मैदानी अमले को सतर्क करें- मुख्यमंत्री

ग्वालियर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाढ़ प्रभावित गाँवों का जायजा लेने के बाद रात्रि लगभग 11.15 बजे ग्वालियर विमानतल पर पहुँचे। उन्होंने यहाँ पर ग्वालियर जिले के जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर ग्वालियर जिले में हुई वर्षा के बारे में जानकारी ली। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाँधों एवं नदियों के बढ़ते हुए जल स्तर पर नजर रखें और एहतियात बतौर बाढ़ एवं अतिवृष्टि से निपटने के लिये 24 घंटे पुख्ता इंतजाम रहें।
जिले में अभी तक लगभग 503 एमएम औसत वर्षा हुई है। जिले में वर्तमान में कहीं भी बाढ़ की स्थिति निर्मित नहीं हुई है। फिर भी एहतियात बतौर राजस्व, किसान कल्याण एवं कृषि विकास एवं अन्य संबंधित विभागों के मैदानी अमले को सतर्क कर दिया गया है। साथ ही संभावित बाढ़ से निपटने के लिये एहतियात बतौर सभी प्रकार के इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को वायुमार्ग से सायंकाल लगभग 6.30 बजे राजमाता विजयाराजे सिंधिया विमानतल महाराजपुरा पहुँचे थे। यहाँ से उन्होंने हैलीकॉप्टर द्वारा मुरैना पहुँचकर बाढ़ प्रभावित गाँवों का जायजा लिया। साथ ही जिला मुख्यालय मुरैना पर अधिकारियों की बैठक लेकर बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत मुहैया कराने के लिये किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं मुरैना जिले के प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह भी मुख्यमंत्री के साथ मुरैना जिले के भ्रमण पर गए थे। इसके बाद रात्रि लगभग 11.15 बजे वापस ग्वालियर विमानतल पहुँचे और यहाँ पर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चर्चा करने के बाद रात्रि लगभग 11.30 बजे राज्य मंत्री श्री कुशवाह के साथ राजकीय विमान द्वारा भोपाल के लिए प्रस्थान किया।