PAK vs AUS: बाबर आजम के पास ऑस्ट्रेलिया से 11 साल पुराना हिसाब चुकता करने का मौका

बाबर आजम (Babar Azam) की अगुवाई में पाकिस्तान की टीम अपने दूसरे खिताब की ओर बढ़ती नजर आ रही है. हालांकि टी20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाक (Pakistan vs Australia) की राह आसान नहीं होगी. एरॉन फिंच की टीम ने सही समय पर लय हासिल कर ली है. टी20 वर्ल्ड कप 2016 के पहले दौर में बाहर होने के बाद पाकिस्तान ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया है. साल 2009 का चैंपियन पाकिस्तान मौजूदा टूर्नामेंट की एकमात्र टीम है जिसे अब तक शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा है. दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान की टीम ऑस्ट्रेलिया से 11 साल पुराना हिसाब भी चुकता करनी चाहेगी. टी20 विश्व कप 2010 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने माइक हसी के ताबड़तोड़ पारी की बदौलत रोमांचक मुकाबले में जीत दर्ज की थी.

उस मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कामरान अकमल (50) और उमर अकमल (नाबाद 56) के नाबाद पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया के सामने 192 रनों का लक्ष्य रखा था. ऑस्ट्रेलिया की टीम एक समय 17.1 ओवर में 144 रन पर सात विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी. आखिरी 17 गेंदों में टीम को जीत के लिए 48 रन की जरूरत थी. माइक हसी ने 24 गेंदों में तीन चौके और छह छक्के की मदद से नाबाद 60 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला दी. इस मैच का हिस्सा डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ और मोहम्मद हफीज थे जो इस बार भी सेमीफाइनल मुकाबला खेलेंगे.

यूएई की पिचों पर पाकिस्तान बना बेताज बादशाह

यूएई में पाकिस्तान की टीम दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर रही है और यहां की परिस्थितियों को लेकर सहज है. साल 2009 में श्रीलंका की टीम बस पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं हुआ और देश ने यूएई में अपने घरेलू मैच खेले. पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के कई सत्र भी यहां आयोजित हुए. भारत के खिलाफ ऐतिहासिक जीत से अभियान शुरू करने वाली पाकिस्तान की टीम अजेय नजर आ रही है और न्यूजीलैंड तथा अफगानिस्तान के खिलाफ विषम हालात में जीत दर्ज करके जज्बा दिखा चुकी है. बाबर (264) की अगुआई में पाकिस्तान का शीर्ष क्रम काफी मजबूत है. बाबर चार अर्धशतक जड़ चुके हैं और टीम को उनसे एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी.

ऑस्ट्रेलिया के सामने पाकिस्तानी स्पिनरों की चुनौती

ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी आक्रमण हालांकि उनकी चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार होगा और किसी भी गलती का फायदा उठाना चाहेगा. बाबर और मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी अगर विफल रहती है तो पाकिस्तान के पास मध्यक्रम में कई मैच विजेता हैं जिसमें लंबे छक्के जड़ने वाले आसिफ अली और अनुभवी शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज सभी लय में हैं. टीम को हालांकि फखर जमां से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो एकमात्र बल्लेबाज हैं जो अब तक नाकाम रहे हैं.

पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण ने भी काफी प्रभावित किया है. तेज गेंदबाजों शाहीन शाह अफरीदी और हैरिस रऊफ ने विरोधी बल्लेबाजों को परेशान किया है लेकिन हसन अली उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. इमाद वसीम, मोहम्मद हफीज और शादाब खान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्पिन विभाग में कप्तान बाबर के मुख्य हथियार होंगे. स्पिन के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को कई मौकों पर परेशानी का सामना करना पड़ा है.