जब कांग्रेस की बैठक में राहुल गांधी ने उठाया शराब का मुद्दा, पूछा- यहां कौन-कौन पीता है?
नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की तरफ से आयोजित प्रदेश प्रमुखों की बैठक में एक बार फिर ‘शराब’ और ‘खादी’ का मुद्दा उठा. साल 2007 में इसे लेकर सवाल कर चुके राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को हुई बैठक में भी फिर यही मुद्दा छेड़ दिया. दरअसल, कांग्रेस की तरफ से शुरू होने जा रहे सदस्यता अभियान के नियमों में शराब का सेवन नहीं करने की बात कही गई है. खबर है कि बैठक के दौरान हुई इस चर्चा से कई बड़े नेता झेंप गए.
सूत्रों के अनुसार, बैठक में राहुल ने सवाल किया, ‘यहां कौन पीता है?’ इस सवाल से कई सदस्य झेंप गए और बात आकर नवजोत सिंह सिद्धू पर ठहर गई. इसपर वे बोले, ‘मेरे राज्य में अधिकांश लोग पीते हैं.’ हालांकि, इस दौरान उन्होंने किसी खास नाम का जिक्र नहीं किया. शराब से बचना और खादी पहनना कांग्रेस पार्टी का दशकों पुराना नियम है.
अब इस स्थिति से निपटने के लिए सदस्यता के नियमों में बदलाव जरूरी है, लेकिन इसे तुरंत नहीं बदला जा सका. पार्टी में नियमों में केवल वर्किंग कमेटी ही बदलाव कर सकती है. जबकि, शराब नहीं पीने का नियम महात्मा गांधी के समय से ही चला आ रहा है. राहुल गांधी ने साल 2017 में कांग्रेस वर्किंग कमेटी में इस नियम की प्रासंगिकता और व्यवहारिकता पर सवाल उठाया था.
1 नवंबर से कांग्रेस का सदस्यता अभियान शुरू होने जा रहा है और फॉर्म्स में इस नियम को शामिल किया गया है. पार्टी के सदस्यता फॉर्म में निजी घोषणा के तौर पर 10 ऐसे पॉइंट शामिल हैं, जिनमें शराब और ड्रग्स का भी जिक्र है. साथ ही नए सदस्यों को यह भी मानना होगा कि वे सार्वजनिक जगहों पर पार्टी की नीतियों की आलोचना नहीं करेंगे. बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया को बताया कि पार्टी में शामिल होने के लिए फॉर्म्स प्रिंट और डिजिटल दोनों फॉर्मेट में उपलब्ध हैं. साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि सभी के लिए ट्रैनिंग प्रोग्राम का भी आयोजन किया जाएगा.