पाकिस्तान से हैक हुई इंदौर पुलिस की वेबसाइट
इंदौर पुलिस की वेबसाइट 13 जुलाई को हैक करके देश विरोध बातें लिखी गई थी, पुलिस जांच में पता चला कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मोहम्मद बिलाल ने वेबसाइट हैक की है लेकिन अब पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि वह बिलाल को कैसे गिरफ्तार करे। यह इकलौता मामला नहीं है, इंदौर, मप्र और देश में ऐसे कई मामले है जिसमें अपराधी या तो विदेश भाग गया और विदेश में रहकर यहां पर अपराध कराया। इन आरोपियों की पहचान होने के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज हुए है और इनाम भी घोषित हुए फिर लुकआउट और रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हुए लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी। लुकआउट और रेड कॉर्नर नोटिस अब ऑपचारिक बनकर रह गए है। सालों बाद में भी ये आरोपी गिरफ्त से दूर है। भारत की नेशनल इंजेलिजेंस एजेंसी की सूची में तो करोड़ों के इनामी मोस्ट वांटेड है जिनमें इंदौर के भी है।
मेथाडॉन तस्करी में वेस्टइंडीज का मास्टर माइंड
जुलाई 2018 में नारकोटिक्स विभाग ने प्रदेश में मोथाडॉन की तस्करी में लिप्त पैडलर विशाल ओगोरी को 40 लाख कीमत की मेथाडॉन के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने मुंबई के तस्कर तौफिस खान द्वारा मेंथाडॉन सप्लाई करने की बात कबूली। टीम ने तौसिफ खान को गिरफ्तार किया, तौसिफ खान विदेशियों से ड्रग खरीदता था फिर उसे मुंबई की डांस पार्टियों में संबंधितों को सप्लाई करता था बाद में उसने मप्र और राजस्थान के पैडलर्स को सप्लाई शुरू की। इस मामले में पूछताछ के दौरान तौसिफ ने ड्रग सप्लाई करने वाले वेस्टइंडीज के मास्टरमाइंड क्रिमिनल का नमा लिया। टीम ने तफ्तीश की लेकिन उसे पकड़ने में इतने पेंच रहे कि नारकोटिक्स विभाग ने उसे आरोपी नहीं बनाया बाद में तौसिफ को कोर्ट में पेश किया जहां उसे जेल भेज दिया।
नीतेश नागोरी अपहरण कांड में दुबई का मास्टरमाइंड इस्माइल
2005 में डेली कॉलेज के छात्र और सीमेंट व्यवसायी नीतेश नागोरी अपहरण कांड में क्राइम ब्रांच ने बड़ी मशक्कत की थी। नीतेश के दोस्त ध्रुव माहेश्वरी निवासी इंदौर, मनीष शर्मा निवासी शिवपुरी, अमजद खान, इदरिस, जोगिंदर सिंह इंदौर और गोरव शिवहरे को गिरफ्तार कर उसे सकुशल छुडाया। आरोपी नीतेश के परिवार से कारोडों की फिरौती मांग रहे थे। मास्टरमाइंड इस्माइल निकला जो सऊदी अरब से गैंग ऑपरेट कर रहा था। अपहरण की साजिश उसी ने रची थी। इस्माइल तब अलताफ आलम गैंग से जुड़ा था। 2010 में कोर्ट ने आरोपी अमजद और इदरिस को उम्रकैद की सजा सुनाई। इस्माइल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ लेकिन 12 साल बाद भी उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका।