Forceful Conversion in UP: धर्मांतरण मामले में तीन और गिरफ्तार, फिलीपींस के आतंकी संगठन से जुड़े तार
लखनऊ. यूपी एटीएस (UP ATS) ने जबरन धर्मांतरण (Religious Conversion) मामले में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें बाल कल्याण मंत्रालय का इंटरप्रेटर ख्वाजा खान और धर्म परिवर्तन कर चुके दो मूक-बधिर राहुल भोला और मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान शामिल हैं. तीनों को दिल्ली से हिरासत में लिया गया और लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया. एटीएस ने तीनों के पास से तीन मोबाइल, तीन लैपटॉप, अलग-अलग बैंकों की चेकबुक व पासबुक, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड व धर्मांतरण से जुड़े दस्तावेज बरामद किये हैं. इतना ही नहीं एटीएस की जांच में धर्मांतरण के आरोपी उमर गौतम के तार फिलीपींस के आतंकी के अलावा कनाडा और कतर से भी जुड़े मिले हैं. आरोप है कि उमर गौतम के फर्जी ट्रस्ट में करोड़ों रुपये आए.
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक फिलीपींस का आतंकी विलाल फिलिप दोहा कतर में इस्लामिक ऑनलाइन यूनिवर्सिटी चलाता है. जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित किया जा चुका है. विलाल 2014 में गिरफ्तार भी हो चुका है. एटीएस की जांच में दिल्ली में इस्लामिक दावा सेंटर चलाने वाले उमर गौतम और विलाल के बीच संबंध सामने आए हैं.
फर्जी ट्रस्ट के खाते में आता था पैसा
प्रशांत कुमार ने बताया कि इस्लामिक दावा सेंटर के खाते में जनवरी 2010 से 14 जून 2021 के बीच एक करोड़ 82 लाख 83 हजार 910 रुपए जमा किए गए. फण्ड में से काफी पैसे कैश में जमा किए गए, जबकि चेक से भी पैसे आए. खाड़ी देशों कतर, रियाद, अबुधाबी, और दुबई से लगभग 50 लाख रुपए जमा किए गए. प्रशांत कुमार ने बताया कि उमर गौतम फातिमा चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम से संस्था बनाकर उसमें फण्ड मंगवाता था. इस ट्रस्ट का न तो रजिस्ट्रेशन करवाया गया है और न ही कभी आयकर रिटर्न भरा गया. इतना ही नहीं उसके परिवार के कई सदस्यों के खाते में भी विदेशों से पैसे आए. इतना ही कैश लेनदेन में हवाला कनेक्शन भी सामने आ रहा है.