3 साल बाद फरवरी में ही तपने लगे दिन पारा 34.2 डिग्री पर पहुंचा, यह सामान्य से 7.1 डिग्री ज्यादा

हवा का रुख बदलते ही दिन-रात का तापमान बढ़ना शुरू हो गया है। परिणाम यह है कि 3 साल बाद बुधवार को फरवरी का दिन सबसे गर्म रहा। अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले पहले 24 फरवरी 2018 को दिन का तापमान 35.4 डिग्री दर्ज हुआ था। मौसम विभाग के अनुसार फरवरी के अंतिम सप्ताह में तेज गर्मी का अहसास होने का कारण पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता है। इससे हवा का रुख उत्तर-पश्चिमी से बदलकर दक्षिणी हो गया है, जिस कारण तापमान बढ़ा हुआ है। दिन का पारा सामान्य से 7.1 डिग्री अधिक होने से बुधवार को लोगाें ने मार्च-अप्रैल जैसी गर्मी का अहसास किया।

पिछले साल की तुलना में दिन का पारा 7.2 डिग्री अधिक हुआ दर्ज

पिछले साल की तुलना में दिन का पारा 7.2 डिग्री ऊपर चल रहा है। पिछले साल 24 फरवरी को अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज हुआ था। जबकि बुधवार को 0.6 डिग्री बढ़त के साथ 34.2 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 7.1 डिग्री अधिक रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री बढ़त के साथ 12.5 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक रहा।

55 साल पहले 27 फरवरी को अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री हुआ था दर्ज

मौसम विभाग के रिकॉर्ड में 55 साल के दौरान 27 फरवरी 1966 को अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री दर्ज हुआ था। यह अब तक का सबसे अधिक तापमान है। इसके बाद 24 फरवरी 2018 को 35.4 डिग्री दर्ज हुआ था।

एक्सपर्ट- पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने के बाद दिन का पारा सामान्य होगा

अभी पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस कारण उत्तर-पश्चिम की बजाय दक्षिणी हवा चल रही है। जिससे तापमान बढ़ा हुआ है। तीन दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो जाएगा, जिसके बाद दिन का तापमान सामान्य स्थिति में आ जाएगा।

-वेद प्रकाश सिंह, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक