भोपाल स्टेशन पर बेटी और नेवी अफसर पति को छोड़कर प्रेमी के साथ भागी थी महिला, कोर्ट ने तलाक किया मंजूर
नेवी में पदस्थ 31 वर्षीय अधिकारी के तलाक का आवेदन कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एके सिंह ने स्वीकार कर लिया है। कर्नाटक में पदस्थ नेवी अफसर की पत्नी 17 जून 2019 को भोपाल से गायब हो गई थी। इसके बाद से वह अपने अफसर पति और बेटी से नहीं मिली। एक जुलाई को नेवी अफसर ने कुटुंब न्यायालय में तलाक के लिए आवेदन दिया, जिसमें जिसमें पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए थे। एडवोकेट मनोज उपाध्याय ने बताया, ग्राम पिथनपुरा (भिंड) के रहने वाले राकेश की गोले का मंदिर निवासी स्नेहा के साथ 22 अप्रैल 2015 को भिंड में शादी हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद राकेश ड्यूटी पर चला गया।
छुट्टी में जब वह घर आया तो उसकी मां ने बताया कि उसकी पत्नी मोबाइल पर काफी देर तक बात करती थी। नेवी अफसर ने जब पत्नी का बैग खंगाला तो उसमें मोबाइल के साथ ही शराब की बोतल और सिगरेट मिलीं। कॉल रिकार्ड से पता चला कि वह किसी रवि राय नाम के युवक से बात करती थी। इसकी जानकारी जब युवती के माता-पिता व भाई को दी गई तो उन्होंने उसकी डांट लगाई। इस पर युवती ने अपने मोबाइल की सिम भी जला दी थी। मार्च 2017 में गर्भवती होने पर युवती ग्वालियर चली आई। 5 मई 2017 को उसने पुत्री को जन्म दिया था। हालांकि, पुत्री के जन्म के बाद भी स्नेहा ससुराल नहीं गई। खराब स्वास्थ्य सेवाओं का हवाला देकर अपने मायके में ही रही।
परीक्षा देने के बहाने आने का दबाव बनाया
सारी बातें भूलकर नेवी अफसर अप्रैल 2019 में पत्नी व बेटी को अपने साथ नेवल बेस करवर (कर्नाटका) ले गया। जून 2019 में स्नेहा ने डीएड की परीक्षा का बहाना बनाकर ग्वालियर जाने की जिद की। इस पर नेवी अफसर पत्नी व बच्ची के साथ मंगला एक्सप्रेस से ग्वालियर रवाना हुआ। 17 जून 2019 को ट्रेन जब भोपाल स्टेशन पहुंची तो पति ने देखा कि स्नेहा सीट से गायब थी। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर स्नेहा किसी युवक के साथ जाते हुए दिखी, जिसकी पहचान स्नेहा के परिजनों ने विक्की चौहान के रूप में की थी।
सुरक्षा के लिए कोर्ट में लगाई थी याचिका
स्नेहा व उसके ब्वॉयफ्रेंड ने हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी। कोर्ट को बताया कि उसके परिजन उसकी हत्या कर सकते हैं। इस पर कोर्ट ने पुलिस को आवश्यकता होने पर सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया था।