सिटी प्लानर के मकान का गजब मूल्यांकन 2080 वर्गफीट में बने दाेमंजिला आलीशान घर की कीमत महज 20 लाख रुपए आंकी

पांच लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़े गए नगर निगम के सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा के आलीशान मकान की कीमत सिर्फ 20 लाख है। विनय नगर सेक्टर-3 स्थित मुख्य मार्ग पर स्थित इस आलीशान इमारत का यही मूल्यांकन किया है लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने।

दरअसल, आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने लाेक निर्माण विभाग काे पत्र भेजकर वर्मा के घर की लागत पूछी थी। इसके जवाब में लाेनिवि ने जाे पत्र ईओडब्ल्यूओ को भेजा है उसमें दर्शाई गई वर्मा के घर की कीमत चौकाने वाली है।

ईओडब्ल्यू ने इस रिपोर्ट को कोर्ट और अपने भोपाल मुख्यालय पर भेजा है। सवाल ये है कि जिस घर में महंगा फर्नीचर और झूमर लगे हों, क्या वह सिर्फ 20 लाख में तैयार किया जा सकता है?

लाेक निर्माण विभाग के अफसराें का कहना है कि मकान के भूतल का निर्माण 2008 में कराया गया था। इस कारण निर्माण लागत उसी हिसाब से तय की गई है। जबकि हकीकत ये है कि इमारत के प्रथम तल का निर्माण 2019 में किया गया था। यदि वर्तमान निर्माण लागत के हिसाब से इस मकान की कीमत का मूल्यांकन हाे ताे ये 50 लाख से अधिक का हाे सकता है।

कमराें में लगी हैं एलईडी स्क्रीन, एसी और फर्नीचर: प्रदीप वर्मा के मकान के कुछ कमरों में एलईडी व एसी भी लगे हुए हैं। मुख्य हाॅल में ही झूमर और आकर्षक लाइट्स लगी हैं। इससे मकान के आलीशान हाेने का भान हाेता है। 2080 वर्गफीट के दाे अलग-अलग प्लाॅट पर बनाए गए इस मकान में एक प्लाॅट पर इमारत बनी है और दूसरे प्लाॅट पर बगीचा तैयार किया गया है।

रिपाेर्ट में पुराने फर्नीचर का जिक्र

लोक निर्माण विभाग की मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार, मकान में फर्नीचर लगाए जाने के लिए एक ठेकेदार की रिपोर्ट भी लगाई गई है। उसमें पुराने फर्नीचर का उपयोग किए जाने का उल्लेख है, जाे कि हास्यास्पद है। यदि किसी निजी एजेंसी से मकान में लगे फर्नीचर, इंटीरियर और साजाे-सामान का मूूल्यांकन कराया जाए ताे यह कीमत ही लाेनिवि द्वारा बताई गई राशि से दोगुनी होगी।

नहीं रिकॉर्ड कराया वॉइस सैंपल

वर्मा द्वारा वॉइल सैंपल न देने की रिपोर्ट भी ईओडब्ल्यू ने काेर्ट में पेश कर दी है। कोर्ट ने वर्मा को डीएसपी के सामने वॉएस रिकॉर्ड कराने के निर्देश दिए थे। कोर्ट के निर्देश के बाद सिटी सेंटर स्थित ईओडब्ल्यू कार्यालय में साक्षियों की मौजूदगी में वर्मा का सुबह से शाम 5 बजे तक इंतजार किया गया था। वर्मा के न पहुंचने पर साक्षियों की मौजूदगी में रिपोर्ट बनाकर कोर्ट व मुख्यालय को भेज दी गई।

वर्मा के आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच की जा रही है

प्रदीप वर्मा के मकान का मूल्यांकन पीडब्ल्यूडी ने 20 लाख रुपए का किया है। वर्मा के आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच अभी जारी है। उनके द्वारा वॉइस रिकॉर्ड न कराने की रिपोर्ट साक्षियों की मौजूदगी में बनाने के बाद कोर्ट में पेश कर दी गई है।
-अमित सिंह, एसपी, ईओडब्ल्यू

हमने तो नियम अनुसार निर्माण की लागत का मूल्यांकन किया है

प्रदीप वर्मा के मकान का मूल्यांकन सरकारी गाइडलाइन एवं नियमानुसार लगभग 20 लाख रुपए का किया गया है। हमने निर्माण लागत तय की है। जमीन की कीमत राजस्व विभाग द्वारा तय की जाती है।
-एमएल पटसरिया, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी