हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर्स को दो दिन अंतिम मौका, अब चूके तो फिर नहीं लगेगा टीका
कोरोना से बचाव के लिए गुरुवार को फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए गए। जिले में 12 केंद्रों के 23 बूथों में 3580 फ्रंट लाइन वर्करों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा था, जिसमें से 723 यानी लक्ष्य से महज 20.20 फीसदी लाेगाें काे टीके लगे। कई मरीज ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हाेने के कारण वापस लौट गए। टीकाकरण के दाैरान गुरूवार को 37 डोज खराब हुए।
सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा और जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि 19 व 20 फरवरी को जिले में मॉपअप राउंड चलाया जाएगा। इसमें वे हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर टीका लगवा सकते हैं, जिनके नाम अभी तक विभागों द्वारा भेजी गई सूची में हैं, वे टीका नहीं लगवा सके हैं। इन दो दिन अगर वह टीका लगवाने से चूक गए तो फिर उन्हें आगे कभी मौका नहीं मिलेगा। 22 फरवरी से हेल्थ वर्करों को टीका लगाने का दूसरा राउंड शुरू हो रहा है। इस राउंड में पहले राउंड में जो हेल्थ वर्कर टीका लगवा चुके हैं उन्हें कोरोना से बचाव की वैक्सीन का दूसरा टीका लगाया जाएगा।
ऑफलाइन टीका लगवाने पहुंचे वर्कर लौटाए
जिले में 16 जनवरी से 4 फरवरी तक हेल्थ वर्करों को टीके लगे थे। इसके बाद 8 फरवरी से फ्रंट लाइन हेल्थ वर्करों को टीके लगाए जा रहे हैं। फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगने वाले टीकाकरण में लिस्ट में गड़बड़ी के चलते टीका लगवाने के लिए फ्रंट लाइन वर्कर के साथ टीकाकरण केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाई गई टीम भी परेशान हुई। नगर निगम में जहां एक ही व्यक्ति का नंबर सभी कर्मचारियों के सामने लिखने तथा निगम कर्मियों का पूरा नाम नहीं होने से उन्हें टीका लगाने में परेशानी हुई।
कई कर्मचारियों को न मैसेज मिला और न फोन आया
फ्रंट लाइन वर्कर्स में कई को न तो मैसेज मिला और न ही उनके पास फोन आया। ऐसे लोग ऑफलाइन टीके लगवाने पहुंचे थे। गुरुवार को ऑफ लाइन टीके बंद कर दिए गए थे। लिहाजा नगर निगम के कई कर्मचारी ऑफलाइन टीका लगवाने के लिए केंद्र पर पहुंचे लेकिन उन्हें यह कहते हुए वापस कर दिया गया कि ऑफलाइन को टीके नहीं लग रहे हैं।