टायर एजेंसी के सेल्समैन ने फर्जी बिल से मालिक से 15 लाख ठगे

शहर में एक टायर एजेंसी के सेल्समैन ने लॉकडाउन के दौरान फर्जी बिल लगाकर मालिक से 15 लाख रुपए की ठगी कर ली। खरीद-बिक्री के ऑडिट में इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ। एजेंसी मालिक पवन कालरा की शिकायत पर पुलिस ने सेल्समैन पर मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस के मुताबिक, टायर कारोबारी पवन कालरा का रोशनीघर के पास एमपी टायर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से दफ्तर है और ट्रांसपोर्ट नगर में गोदाम है। दफ्तर में निखिल दुबे निवासी लखेरा गली सेल्समैन है। पुराना कर्मचारी होने के कारण वह विश्वसनीय था और इसी का फायदा उठाकर लॉकडाउन में निखिल एजेंसी पर फर्जी बिल लगाकर टायरों की सप्लाई करता रहा।

पिछले महीने जब ऑडिट हुआ ताे गड़बड़ी का पता चला। एजेंसी की ओर से जब टायर का ऑर्डर देने वालों से संपर्क किया गया तो पता चला कि उन्होंने न तो ऑर्डर दिया और न उनके यहां टायर पहुंचे। वे सभी बिल फर्जी थे। एजेंसी मालिक ने निखिल से संपर्क किया तो वह जल्द बिलों का भुगतान करवाने का भरोसा देता रहा, लेकिन काफी इंतजार के बाद भी भुगतान नहीं हुआ।