ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन में देरी, निगमायुक्त के दखल के बाद लगे टीके

फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना से बचाव का टीका लगाने के काम में फिर से लापरवाही सामने आई। सोमवार को 3252 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था, लेकिन 1214 लाेगाें ने ही टीका लगवाया। दरअसल, जेएएच के केंद्र पर पहुंची सूची में 30 लोगों के नाम के आगे एक ही मोबाइल नंबर लिखा गया था। इस कारण इन लाेगाें काे मैसेज ही नहीं मिले।

जिस शख्स के पास मैसेज आया, चह जब टीका लगवाने पहुंचा तो पता चला कि उसका नाम सूची में ही नहीं है। दोपहर 12 बजे डेढ़ दर्जन लोग ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर टीका लगवाने के लिए पहुंचे, लेकिन उनका नाम पाेर्टल पर ही नहीं दिख रहा था। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आपत्ति की ताे यह जानकारी नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा को दी गई।

उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को जेएएच भेजा। इसके बाद निगमकर्मियाें की पहचान कर उनके ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन किए गए और टीके लगाए गए। यहां निगम के 1001 लोगों में से 586 को टीके लगे। इस तरह यहां 58.54 फीसदी टीकाकरण हुआ। जबकि जिले में सोमवार को महज 37.33 फीसदी टीकाकरण हाे पाया। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि बचे हुए फ्रंट लाइन वर्करों को बुधवार को टीके लगाए जाएंगे।

तीन दिन से चक्कर काट रहा हूं, नहीं लगा टीका

नगर निगम के कर्मचारी सोनू रजक का कहना है कि उनके मोबाइल पर हबीब खान के नाम से मैसेज आया है। वह टीका लगवाने के लिए तीन दिन से चक्कर काट रहे हैं लेकिन हर बार यह कहकर लौटा दिया जाता है कि तुम्हारे मोबाइल पर मैसेज आए तब आना। मैने मैसेज दिखाया तो बोल रहे हैं कि यह मैसेज तुम्हारे नाम का नहीं है इसलिए टीका नहीं लग पाएगा।