पत्नी का सबसे हंसकर बात करना पति को पसंद नहीं था, बच्चों को सुलाया और फिर उसका गला घोंट दिया
पत्नी पर शक के चलते पति ने उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने रात में पहले अपने दोनों बच्चों को सुलाया, फिर पत्नी का गला घोंट दिया। घटना रविवार-सोमवार दरमियानी रात डबरा के अमरापुरा गांव की है। वारदात का पता सोमवार सुबह को चला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्यारे पति ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। उसने बताया कि उसे पत्नी पर संदेह था। वह हर किसी से हंसकर बात करती थी। बच्चों के भविष्य की भी चिंता नहीं थी।
परिवार बिखरा- मां की हत्या, पिता को जेल और बच्चों का भविष्य में...
दंपती के एक बेटा रोहित और बेटी नेहा है। घर में क्लेश का खामियाजा अब इन्हें ही भुगतना पड़ेगा। मां की जान चली गई, पिता को पुलिस ले गई और बच्चों के पास न मां की ममता रही, न ही पिता का सहारा। बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए दंपती आपस में झगड़ रहे थे और उन्हीं को अनाथ कर दिया।
डबरा देहात थाना क्षेत्र के अमरापुरा निवासी 25 वर्षीय लल्लो देवी पुत्री सीताराम पाल का विवाह डबरा निवासी राम अख्तयार पाल से हुआ था। उसके दो बच्चे भी हैं। आठ दिन पहले किसी बात पर पति से बहस होने के बाद लल्लो अपने मायके में आ गई थी। तभी से वह यहां रह रही थी। दो दिन बाद उसका पति भी आ गया और ससुराल में ही रहने लगा। रविवार रात खाना खाने के बाद दोनों के बीच में बहस हुई। उसके बाद वह अपने कमरे में सो गया। रात करीब 12 बजे राम अख्तयार पत्नी के पास पहुंचा। उस समय बच्चे सोए नहीं थे। पहले बच्चों को सुलाया और उसके बाद पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद वह वहां से भाग गया।
सोमवार सुबह लल्लो का भाई, बहनोई राम अख्तयार को किसी काम से बुलाने आया। काफी आवाज देने के बाद भी न तो लल्लो की आवाज आई और न ही उसके पति की। अंदर जाकर देखा तो बहन का शव बिस्तर पर पड़ा था और अख्तयार गायब था। तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने माैके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी पर हत्या का मामला दर्ज किया है।
बस स्टैंड पर छिपा मिला आरोपी पति
मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने हत्या आरोपी राम अख्तयार को डबरा बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। उसे थाना लाकर पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। उसका कहना है कि उसकी पत्नी के अवैध संबंध थे। पिछले आठ दिन से उसे समझाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन वह समझने को तैयार नहीं हुई। रविवार रात भी यही बात समझा रहा था, लेकिन वह बच्चों के भविष्य को नहीं देख रही थी, इससे गुस्से में आकर उसने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।