निगम की सूची में फिर गड़बड़ी:केंद्रों पर सुबह से मची अफरा-तफरी, दोपहर में की मशक्कत तो 54.59% को लगे टीके

फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स काे टीका लगाने के अभियान में तीसरे दिन गुरुवार को भी नगर निगम की सूची में गड़बड़ी सामने आई। निगम ने अपने कर्मचारियाें की जाे सूची स्वास्थ्य विभाग को भेजी थी, उसमें प्रत्येक नाम के आगे एक ही मोबाइल नंबर 9977461031 लिखा हुआ था। यह मोबाइल नंबर निगम के कार्यालय अधीक्षक हेल्थ राजेश सक्सेना का है। स्वास्थ्य विभाग ने इसी एक नंबर पर टीका लगवाने के लिए मैसेज कर दिए। नतीजा- सुबह नगर निगम के लाेग टीका लगवाने जेएएच नहीं पहुंचे।

यह जानकारी मिलने के बाद नगर अफसरों में अफरा-तफरी मच गई। इस अव्यवस्था की वजह से जेएएच में महज 176 कर्मचारियों को टीके लगे। इससे पहले सोमवार काे भी सूची में राजेश सक्सेना के नंबर पर मैसेज किए गए थे। गुरुवार को जिले के 16 केंद्रों के 36 बूथों पर 5197 लोगों को टीके लगने थे, लेकिन 2837 को लग गए। इस तरह 54.59 फीसदी टीकाकरण हुआ। जबकि 63 डोज खराब हो गए। शुक्रवार को 15 केंद्रों के 35 बूथ पर टीके लगाए जाएंगे।

सूची में न पूरा नाम था और न ही आधार नंबर

नगर निगम के कर्मचारियों के जो नाम स्वास्थ्य विभाग को भेजे गए थे, उनमें पूरा नाम और पिता का नाम नहीं था। आईडी प्रूफ के तौर पर भी आधार नंबर न डालकर निगम का नंबर लिखा गया था। पूजा, लक्ष्मी, रमेश नाम के आधा दर्जन से अधिक नाम थे। इस कारण दिक्कत ये आई कि इनका नाम पोर्टल पर किस आधार पर चढ़ाया जाए।

उधर, बुधवार काे टीका लगवाने वाले 6 फ्रंट लाइन वर्कर्स ने बुखार आने की शिकायत की है। इनमें से 3 कलेक्टाेरेट में अधिकारी हैं। डॉक्टरों ने सभी को सलाह दी थी कि अगर बुखार आए तो पैरासिटामोल की दवा ले लें।

सूची में नाम गलत, 3 पुलिसकर्मियों को लौटाया

गुरुवार को पुलिस लाइन से तीन आरक्षक शेर सिंह यादव, प्रमोद गौतम व वकील टीका लगवाने जेएएच पहुंचे। सूची में मोबाइल नंबर उनका था लेकिन नाम और आईडी नंबर दूसरे के लिखे थे। इस कारण तीनों को टीका नहीं लग पाया। शेर सिंह यादव ने बताया कि उनके नाम की जगह गौरव भदौरिया, प्रमोद गौतम की जगह शिवानी सिकरवार और वकील की जगह विनोद बहादुर का नाम और आईडी लिखी थी जबकि मोबाइल नंबर हम लोगों के थे। आईडी नहीं होने के कारण टीका नहीं लग पाया।