अब बदमाशों की आवाज का मिलान ग्वालियर की फोरेंसिक लैब में होगा

धमकाने जैसे मामलों में बदमाशों की आवाज का मिलान कराने के लिए अब वॉइस सैंपल को भोपाल नहीं भेजना पड़ेगा। ग्वालियर स्थित रीजनल फोरेंसिक साइंस लैब में 1 फरवरी से इसकी शुरुआत होगी। प्रदेश की यह दूसरी वॉइस टेस्टिंग लैब होगी।

अभी प्रदेशभर के वॉइस सैंपल भोपाल में जांचे जाते हैं। दरअसल, कई आपराधिक प्रकरणों में पुलिस को वॉइस सैंपलिंग करानी होती है। इसमें धमकाने के मामले सबसे अधिक होते हैं। रिश्वत लेने के मामलों की जांच के लिए भी वॉइस सैंपलिंग कराई जाती है। ये सभी अभी तक सैंपल भोपाल भेजे जाते हैं।

आरएफएसएल प्रभारी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.अखिलेश भार्गव ने बताया कि 1 फरवरी से ग्वालियर की लैब में वॉइस टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। शहर में डीएनए लैब खोलने की तैयारी है। 25 लाख रुपए की लागत से ये लैब बनाई जाएगी। इसे जून में शुरू किया जा सकता है।