56% हेल्थ वर्करों ने लगवाई वैक्सीन, लोगों के नहीं पहुंचने से 59 डोज खराब

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शुरू किया गया टीकाकरण अभियान ग्वालियर में धीमी रफ्तार से चल रहा है। सोमवार को 58 प्रतिशत हेल्थ वर्कर वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे थे। वहीं, बुधवार को यह आंकड़ा और भी कम (56%) रहा। बुधवार को ही इंदौर में सर्वाधिक 81 प्रतिशत, भोपाल में 56 प्रतिशत और जबलपुर में 61 प्रतिशत हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई गई। ग्वालियर-चंबल अंचल के आंकड़ों पर नजर डालें तो श्योपुर में वैक्सीनेशन का प्रतिशत अन्य जिलों की तुलना में सबसे ज्यादा रहा। यहां 57.93 प्रतिशत वैक्सीनेशन रहा।

बुधवार को ग्वालियर में 23 केंद्रों में 27 बूथ बनाकर टीकाकरण अभियान चलाया गया। इन केंद्रों पर 2700 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था जिसमें से सिर्फ 1531 लोगों को ही टीके लगे जबकि 59 डोज खराब हो गए। इस अभियान में सरकारी अस्पतालों में तीन केंद्रों में 90 से 100 प्रतिशत तक टीकाकरण हुआ। पीएचसी कुलैथ में 100 लोगों को टीका लगाने का टारगेट दिया गया था जो पूरा हो गया। पीएचसी कुलैथ जिले का पहला ऐसा सरकारी केंद्र है जहां शत प्रतिशत टीकाकरण हुआ। गुरुवार से शहर में नए वैक्सीनेशन सेंटर भी काम करना शुरु कर देंगे।

24 केंद्रों में आज लगाए जाएंगे टीके

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को 24 केंद्रों पर टीकाकरण होगा। थाटीपुर और जनकगंज डिस्पेंसरी तथा लक्ष्मीगंज प्रसूतिगृह में टीकाकरण गुरुवार को नहीं होगा। लिंक हॉस्पिटल, नवजीवन हॉस्पिटल, मंगल नर्सिंग होम सहित 4 नए प्राइवेट हॉस्पिटलों में टीकाकरण शुरू होगा। इस तरह जिले में कुल 24 केंद्रों में गुरुवार टीकाकरण होगा।

घाटीगांव ब्लॉक में सबसे अधिक 95% टीकाकरण

जिले में बुधवार को सबसे ज्यादा 95% टीकाकरण घाटीगांव ब्लॉक में हुआ। शहरी क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 52.25% टीकाकरण हुआ। प्राइवेट अस्पतालों में टीकाकरण अच्छी स्थिति में हो रहा है। शहर के 5 प्राइवेट अस्पतालों में 8 केंद्र बनाए गए थे। यहां 800 में से 508 हेल्थ वर्करों को टीके लगाए गए। इसलिए यहां का 63.5% रहा। शहरी क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में 52.25% ही टीकाकरण हो सका। पीएचसी बरई में 100 में से 90 को, पीएचसी माेहना में 100 में से 97 लोगों को टीके लगे। सबसे कम सीएचसी भितरवार में 100 में से मात्र 20 लोगों को ही टीके लग सके।