किराए पर ट्रक लेकर गायब हुए ट्रांसपोर्टर, नहीं दिया 90 लाख रुपए किराया

कंपनी से किराए पर ट्रक उठाकर दो ट्रांसपोर्टर गायब हो गए हैं। बीते पांच साल में ट्रांसपोर्टर ने न तो किराया चुकाया है न ही कंपनी के बार-बार कहने पर ट्रक वापस किए हैं। परेशान होकर कंपनी के अधिकारियों ने मामले की शिकायत बहोड़ापुर थाना में की है। जिस पर पुलिस ने जांच के बाद दोनों ट्रांसपोर्टर पर मामला दर्ज कर लिया हैँ। कंपनी ने आशंका जताई है कि उनके ट्रक खुदबुर्द कर दिए गए हैं।

शहर के खेड़ापति कॉलोनी निवासी विजय कुमार जैन पुत्र चिम्मन लाल जैन, मैसर्स कोल्डेक्स लॉजीस्टिक कंपनी में मैनेजर हैं। कंपनी के सभी कामों को वही देखते हैं। वर्ष 2015 में इनकी कंपनी ने पांच ट्रक ट्रांसपोर्टर बृजमोहन शिवहरे और हरिबाबू शिवहरे को किराए पर दिए थे। दोनों उनके अच्छे परिचित थे इसलिए विश्वास था। कुछ समय तक तो उन्होंने किराया दिया, लेकिन इसके बाद इन्होंने ना तो किराया दिया और न ही ट्रक वापस कर रहे हैं। कई साल बाद जब किराया और ट्रक वापस नहीं हुए तो विजय कुमार जैन ने मामले की शिकायत बहोड़ापुर थाना में की है। पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया है।

यह ट्रक दिए थे किराए पर

विजय ने पुलिस अफसरों को बताया कि बृजमोहन शिवहरे को कंपनी ने तीन ट्रक एमएच 46 एआर-6826, एमएच 46 एआर-6834, एमएच 46 एआर-6835 दिए थे और हरिबाबू शिवहरे को एमपी 07 एचबी-1362, एमपी 07 एचबी-1358 किराए पर दिए थे।

यह तय हुआ था किराया

बृजमोहन शिवहरे को कंपनी को किराए पर लिए गए ट्रकों के किराए के रूप में 1 लाख 41 हजार रुपए प्रति माह के हिसाब देने थे जो अभी तक 79 लाख 38 हजार 894 रुपए हो गए हैं, जबकि हरिबाबू शिवहरे को किराए पर दिए गए ट्रकों के एवज में प्रति माह 1 लाख 1 हजार 506 रुपए के हिसाब से कुल 11 लाख 20 हजार 628 रुपए जमा कराने थे। साथ ही उक्त वाहनों पर आरटीओ में 1 लाख 16 हजार 131 रुपए रोड टैक्स जमा कराना था। कुल 90 लाख रुपए की चपत दोनों ट्रांसपोर्टर ने लगाई है। इस पर थाना प्रभारी बहोड़ापुर पीएस यादव का कहना है कि भी ठगी का मामला दर्ज कर लिया गया है। आगे जो जांच की जा रही है।