जैविक खाद को मिलेगा बढ़ावा, सांची के जरिए बेचे जाएंगे गौशाला के उत्पाद
रानीघाटी गौशाला में जैविक खाद के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए इंतजाम किए जाएंगे। इसके अलावा जिले की गौशालाओं के उत्पादों को सांची पार्लर से बेचे जाने की योजना भी बनाई जा रही है। श्री कृष्णायन देशी गौरक्षा शाला के संतों ने उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह तथा पशुपालन विभाग के अफसरों के साथ हुई बैठक में तय किया कि जल्द ही इसे मूर्त रूप देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि शहर की लाल टिपारा गौशाला तथा रानीघाटी गौशाला में निराश्रित गायों को पाला जा रहा है। अब इन गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने की योजना बनाई जा रही है ताकि बिना किसी के सहयोग के इन्हें संचालित किया जा सके।
प्रदेश के उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने वल्लभ भवन में श्री कृष्णायन देशी गौरक्षा शाला के संत गणों के साथ बैठक की। इस बैठक में संतों ने रानीघाटी में हो रहे श्री रुद्र महायज्ञ और रानीघाटी गौशाला के विकास कार्यों की चर्चा की। गौ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए जैविक खाद के संरक्षण को बढ़ावा दिया जाएगा, यह आश्वासन श्री कुशवाह ने संतों को दिया।
श्री कुशवाह ने कहा कि रानीघाटी गौशाला के सर्वांगीण विकास के लिए विकास कार्यों को शीघ्र ही पूरा किया जाएगा और श्री रूद्र महायज्ञ में शामिल होने तथा रानीघाटी गौशाला का निरीक्षण करने के लिए वह 24 जनवरी को गौशाला में आएंगे।
संतों ने पशुपालन विभाग के अपर सचिव जेएन कंसोटिया से भी गौशाला के मुद्दे पर मुलाकात की और यहां चल रहे कार्यक्रमों के बारे में बताया। इसके बाद श्री कंसोटिया ने बताया कि गौवंश के संरक्षण के लिए और स्वावलंबी गौशाला के संकल्प को साकार करने के लिए अब गौ उत्पादों को सांची पार्लर पर बेचा जाएगा। इसके लिए आदेश जारी किए जा रहे हैं।
संतों ने गौ संवर्द्धन पर राज्यपाल से की चर्चा
संतों ने राज्यपाल आनंदीबेन ने गौ संवर्द्धन पर चर्चा की। इस दौरान राज्यपाल ने संतों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान स्वामी आत्मानन्द महाराज, स्वामी हरिओमानन्द, स्वामी ऋषभदेवानंद और स्वदेशी सनातन संघ से महिपाल सिंह सहित अन्य संत उपस्थित रहे।