ज्वैलर्स के यहां आयकर छापा, 1400 करोड़ की ब्लैक मनी का खुलासा, घर में बना रखी थी सुरंग

जयपुर. 3 कारोबारी समूह में बड़ी तादाद में काले धन का खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार यहां आयकर विभाग बीते 4 दिन से छापे की कार्रवाई कर रहा है। जानकारों के अनुसार अभी तक छापे में 1400 करोड़ रुपए के काले धन के बारे में पता चला है कि केंन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अनुसार दो बिल्डर्स समूह और एक ज्वैलर्स समूह पर छापे की कार्रवाई में आयकर चोरी से संबंधित दस्तावेज बरामद किए साथ ही एक ज्वैलर्स के यहां से घर में सुरंग मिली है जिसमें 14 बोरो में भरकर कई हार्ड डिस्क, सोना-चांदी के अलावा बेनामी संपत्ति के सबूत रखे मिले है।

20 जगहों पर छापे की कार्रवाई चल रही है

आयकर विभाग द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है उसमें अभी तक इतने अघोषित धन के बारे में पता चला है कि इसे अभी तक की राजस्थान की सबसे बड़ी अघोषित आय बताया जा रहा है। राजस्थान में तीनों कारोबारियों के 20 जगहों पर छापे की कार्रवाई चल रही है और 11 से ज्यादा ठिकानों पर बड़े पैमाने पर सर्वे व डाटा जब्त करने का काम विभाग द्वारा किया जा रहा है। छापे की कार्रवाई में एक बिल्डर्स एवं डेवलपर्स के पिछले 6 से 7 वर्षों के बेहिसाब लेन-देन की पूरी जानकारी प्राप्त हुई है।

525 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद किए

इस समूह के मुख्य व्यावसायिक परिसर से कई रजिस्टर, स्लिप पैड, दैनिक कैश बुक, तहखाने में छिपाई गई व्यय पत्रक और डायरियों को जब्त किया गया है। इसके अलावा जेम्स एंड ज्वैलरी का कारोबार करने वाले व्यापारी के यहां से प्रीसियस और सेमी प्रीसियस स्टोन्स, सोने-चांदी की ज्वैलरी, एंटीक आभूषण, हस्तशिल्प, कालीन और कपड़ों का भंडारण मिला है। इसकी आय के सोर्स के बारे में भी पता किया जा रहा है इसके ठिकानों से 525 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद किए जा चुके है।

कंपनी खरीदी 133 करोड़ में, आय दिखाई 1 लाख रु.

आयकर चोरी का खुलासे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस ग्रुप ने 133 करोड़ रुपए की कंपनी खरीदी है वह आयकर रिटर्न में अपनी आय मात्र 1 लाख रु. ही दिखा रहा है। वहीं ग्रुप द्वारा 250 करोड़ रुपए की जमीन का कारोबार करने के दस्तावेज भी विभाग के अधिकारियों द्वारा बरामद कर लिए गए है। इस ग्रुप द्वारा 19 करोड़ रुप्ए से ज्यादा का हुंडी का कारोबार करने के दस्तावेज मिले है वहीं 25 करोड़ रुपए का नकद लेन-देन भी किया गया