एक महीने में भी चालू नहीं हो सके कचरा सेंटर, सूखा-गीला कचरा नहीं हो रहा अलग
एक महीने बाद भी नगर निगम के अधिकारी ईको ग्रीन कंपनी के कचरा सेंटर (एफसीटीएस) को चालू नहीं करा पाए। आज भी घरों से एकत्रित किया गया कचरा बिना सेग्रीगेशन के लैंडफिल साइट पर पहुंच रहा है। वहां पर उसी कचरे से जैविक खाद बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
इधर, आउटसोर्स पर रखे गए ईको ग्रीन कर्मचारियों और सुरक्षा गार्डों के वेतन का मामला सुलझाने आयुक्त शिवम वर्मा ने वित्त शाखा के अपर आयुक्त देवेंद्र पालिया और सामान्य प्रशासन विभाग के अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव को बुलाकर बैठक की। आयुक्त ने साफ-साफ कह दिया कि हर साल में सफाई संरक्षकों का वेतन एक तारीख को खाते में पहुंच जाए।
नगर निगम ने अक्टूबर 2020 में ईको ग्रीन के वाहन और कचरा सेंटर का अधिग्रहण कर लिया था। कंपनी ने कचरा सेंटर सितंबर में ही बंद कर दिए थे, तब से ही बंद हैं। पिछले महीने तत्कालीन आयुक्त संदीप माकिन के निरीक्षण के दौरान जिम्मेदार अधिकारियों ने एक सप्ताह में कचरा सेंटर शुरू करने की बात मौके पर कही थी। तब से लेकर अब तक कचरा सेंटर चालू नहीं हो पाए हैं। बस उनकी सुरक्षा के लिए गार्ड लगे हैं। उन्हें भी अक्टूबर से लेकर अभी तक निगम ने वेतन नहीं दिया है।
सेंटर के शुरू होने से ये होता फायदा
घर-घर से कचरा कलेक्शन कर लाने वाले वाहन कचरा सेंटर पर मिक्स कचरा डाल देते हैं। यहां से सूखा-गीला कचरा अलग होता है। इसके बाद सूखा कचरा ही लैंडफिल साइट पर पहुंचता है। इससे मौके पर वजन भी कम हो जाता है। लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। गौरतलब है कि कचरा सेंटर मेला मैदान, नारायण विहार, बुद्धा पार्क लक्ष्मीगंज, आदर्श मिल रोड और वीरपुर बांध आदि जगह बने हुए हैं।
हर महीने 20 तारीख तक की उपस्थिति पर बनेगा वेतन
दैनिक भास्कर ने समय पर फिर से वेतन नहीं मिलने का मामला 20 जनवरी को प्रकाशित किया था। इस पर आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों की बैठक कर वेतन वितरण के लिए योजना बनाई। योजना के मुताबिक एक तारीख को खाते में वेतन डालने के लिए बैठक में तय हुआ कि वेतन हर महीने की 20-20 तारीख तक का बनेगा। सभी जगह से उपस्थिति होकर 20 तारीख तक सामान्य प्रशासन में पहुंचाई जाएगी। इसके बाद वित्त विभाग को फाइल जाएगी।
फाइल का परीक्षण होने के बाद खाते में पैसा पहुंचा दिया जाएगा। उधर, समय पर वेतन दिए जाने की मांग को लेकर आल इंडिया दलित एक्शन कमेटी के जिलाध्यक्ष सुधीर डागौर बुधवार को आयुक्त नगर निगम से मुलाकात करने पहुंचे। इसमें तय हुआ कि अपर आयुक्त नरोत्तम भार्गव के वापस लौटने पर एक बैठक कर समस्याओं के समाधान काे लेकर की जाएगी।