जिन्हें लगना है वैक्सीन, उनकी सूची ही देरी से मिल रही, अब काॅल सेंटर करेगा काम
काेरोना से बचाव के लिए टीके लगवाने वाले हेल्थ वर्कर की संख्या कम हाेने की वजह इस सिस्टम की तीन बड़ी खाामियां हैं। पहली- टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य संचालनालय भोपाल से हेल्थ वर्कर की जाे सूची जिले काे भेजी जाती है, वह या तो टीकाकरण से ठीक पहले देर रात आती है या फिर टीका वाले दिन दिन सुबह अस्पतालों में पहुंचती है।
दूसरी- स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण केंद्र के अधिकारियों को यह अधिकार नहीं दिया है कि कोई व्यक्ति टीके से वंचित रह गया है तो वह दूसरी बार आकर टीका लगवा लें। तीसरी- टीकाकरण के मैसेज जिन हेल्थ वर्कर काे भेजे जा रहे हैं, उनमें से कई के मोबाइल नंबर गलत हैं।
ऐसे में उन्हें मैसेज ही नहीं मिल पा रहा है। बीते रोज जेएएच और जिला अस्पताल मुरार में 30 लोगों के नंबर गलत पाए गए थे। जबकि 3 लोगों के नाम सूची में दो बार जोड़े गए थे। जिले के अफसराें ने अब जेएएच और जिला प्रबंधन में काॅल सेंटर बना दिया है। इस सेंटर से हेल्थ वर्कर काे टीका लगवाने के लिए बुलाया जाएगा।