बहन की शादी के लिए रुपए जोड़ रहा था माताप्रसाद, शराब पीने के बाद मौत, पिता बोला- कैसे पलेंगे छोटे-छोटे बच्चे

छिछावली में शराब पीने के बाद जिन 2 लोगों की मौत हुई, उसकी वजह भले ही अफसर शराब नहीं बता रहे हों, लेकिन हकीकत यही है कि फौजी सत्यनारायण तथा मजदूर माताप्रसाद ने मरने से पहले गांव में बिकने वाली शराब पी थी। 15 जनवरी को सत्यनारायण ने तथा 16-17 दिसंबर की रात माताप्रसाद ने दम तोड़ दिया।

दैनिक भास्कर टीम ने जब गांव में पहुंचकर पड़ताल की तो पहले तो गांव के युवा अवैध शराब की बिक्री के बारे में बताने से कतराते रहे लेकिन कुछ लोगों ने स्वीकार किया कि हमारे यहां से सरकारी ठेका 3 किमी दूर खड़ियाहार तथा 6 किमी दूर डोंगरपुर में है।

इसलिए गांव में कुछ लोग अवैध देशी शराब बेचते थे। इसके पीछे ग्रामीणों ने तर्क देते हुए कहा कि कोई दिन में एक बार पिए तो शराब ठेके से ले आए, लेकिन सुबह से शाम तक शराब पिएगा तो ठेका कब तक भागेगा।

इससे जाहिर है कि गांव में अवैध देशी शराब बिकती थी। गांव में जिन 2 लोगों की मौत हुई, उनके परिजन का कहना है कि हां दोनों शराब पीते हैं। उन्होंने मरने से पहले गांव में बिकने वाली शराब पी थी। अब यह जांच का विषय है कि शराब अवैध थी या सरकारी दुकान से लाई गई थी। लेकिन आवकारी विभाग के अफसरों ने इन मौत के पीछे शराब को वजह नहीं माना है।

सोमवार को आबकारी विभाग ने अपनी ओर से जारी प्रेस ब्रीफ में कहा कि फौजी की मौत हार्टअटैक से हुई है, जबकि उसका पोस्टमार्टम हुआ ही नहीं। वहीं मजदूर माताप्रसाद की मौत के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने की बात कही जा रही है।

बहन की शादी के अरमान बिखरे, बूढ़ा पिता बोला-अब बच्चों की परवरिश कैसे होगी

माताप्रसाद कुशवाह (32) के घर मातम पसरा हुआ था। दरवाजे पर वृद्ध पिता शिवराज सहित अन्य बूढ़े-बड़े बेटे थे। घर के अंदर बिलाप कर रही बूढ़ी मां ओमवती तथा पत्नी अनीता को महिलाएं दिलासा दे रही थीं। भास्कर से बातचीत में मृतक के छोटे भाई फोसूराम कुशवाह ने बताया कि भैया 13 जनवरी को ही अहमदाबाद से लौटे थे, जहां मार्बल घिसाई का काम करते थे। 16 जनवरी की रात वह शराब पीकर घर आए और दम घुटने के साथ उल्टियां होने लगी। आंखों से दिखना भी बंद हो गया।

मैं भिंड था और पिताजी खेत पर थे। माताप्रसाद ने अपनी मां ओमवती से कहा कि मुझे अस्पताल ले चलो। रात 12 बजे अस्पताल लेकर पहुंचे। ड्रिप लगने के बाद डॉक्टर ने एक जांच लिखी। मेरे चाचा के बेटे भैया को जांच कराने ले जाने की तैयारी में थे लेकिन उनका शरीर शांत हो गया।

माताप्रसाद का बूढ़ा पिता शिवराज बोला-पिछली साल ही माताप्रसाद ने अपनी छोटी बहन मनीषा का संबंध दिमनी क्षेत्र में तय किया था और उसकी शादी के लिए रुपए जोड़ने ही वह अहमदाबाद गया था। लेकिन इससे पहले ही अनहोनी हो गई। वृद्ध पिता ने दर्द वयां करते हुए कहा कि माताप्रसाद के 8 साल का बेटा सुमित और 5 साल की बेटी रौनक है। हमें तो यही चिंता खाए जा रही है कि अब इनकी परवरिश कैसे होगी।

बेटी के संबंध के लिए छुट्‌टी लेकर आया था फौजी सत्यनारायण, मौत से बिखर गईं सारी खुशियां

21 साल की उम्र में आर्मी ज्वान करने वाले सत्यनारायण पुत्र पंचम सिंह (40) नासिक में पदस्थ है। 19 दिसंबर को वह 45 दिन की छुट्‌टी लेकर इसलिए आया था कि बड़ी बेटी राखी के लिए लड़का तलाश सके। 15 जनवरी दिमनी से लड़के वाले सत्यनारायण की बेटी को देखने के लिए दोपहर छिछावली आए।

यहां सगाई-संबंध की बात होने के बाद शाम 6 बजे मेहमानों की विदाई की तैयारी थी, इसी दौरान सत्यनारायण के पेट में दर्द उठा और वह जमीन पर गिर पड़ा। सत्यनारायण के वृद्ध पिता पंचम सिंह ने बताया कि हमने गांव के ही एक आरएमपी डॉक्टर को दिखाया उसने 2 इंजेक्शन लगा दिए।

इसके बाद रात में ही फौजी को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद 16 जनवरी को फौजी का गांव में अंतिम संस्कार कर दिया। फौजी के पिता पंचमसिंह ने बताया कि वह शराब तो पीता था, लेकिन 15 जनवरी को नहीं पी। 14 जनवरी को जरूर उसने शराब पी थी।

शराब कहां से खरीदकर लाया था, इस बात पर ग्रामीण कहने लगे कि शराब तो कहीं भी मिल जाती है। फौजी सत्यनारायण अपने पीछे पहले पत्नी के 3 बच्चे राखी (19) खुशबू (16), सूरज (11) तथा दूसरी पत्नी का एक बेटा कार्तिक (05) छोड़ गया है।

भाई बोला-शराब पी लेकिन कहां से लाए, पता नहीं

माताप्रसाद की मौत होने के बाद आबकारी विभाग का दावा है कि उसने सरकारी ठेके से शराब खरीदी थी। लेकिन छोटे भाई फोसूराम व पिता शिवराज ने खुलकर कहा कि कौन जानता है कि शराब सरकारी ठेके से खरीदी थी। जब हमारे पूरे परिवार को नहीं पता तो अफसर कैसे बता सकते हैं कि शराब सरकारी दुकान की ही थी।

धर्मेंद्र ने सरकारी दुकान से खरीदी शराब, बलवीर कहां से पीकर आए, नहीं बता पाए परिजन

छिछावली गांव में रहने वाले राजमिस्त्री धर्मेंद्र पुत्र तथा बलवीर (19) पुत्र मंटूराम जाटव भी शराब पीने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं। जिला अस्पताल में भर्ती धर्मेंद्र की तबियत अब पहले से ठीक है, उसने बताया कि मैने तो बड़ोखर के सरकारी ठेका से शराब खरीदी और अकेला ही पूरा क्वार्टर पी गया। लेकिन बलवीर ने शराब कहां से खरीदी और किसके साथ पी, यह उसके परिवार के सदस्य नहीं बता सके।

बलवीर इस समय ग्वालियर में भर्ती है। घर पर मौजूद उसकी बेटी प्रतिभा (19) ने इतना जरूर बताया कि ताऊ का सुबह फोन आया था, बोल रहे थे कि-पापा को देखने में दिक्कत आ रही है। बेटी प्रतिभा ने यह भी बताया कि पापा रोज शराब पीकर आते थे। दादी काशीदेवी तथा मां लीलादेवी उन्हें बहुत समझातीं लेकिन वे मानते ही नहीं थे।