कोरोना ने लोगों से बहुत कुछ छीना है, पर हर रात के बाद सुबह होती है, अब अच्छे दिन आएंगे

डर के आगे ही जीत है। कोरोना ने लोगों से बहुत कुछ छीना है। किसी की नौकरी गई है तो किसी ने अपनों को खोया है। कई महीने लोग घरों में कैद होने पर विवश हुए हैं। पर कहते हैं न कि हर रात के बाद सुबह होती है। साल 2021 की शुरूआत वैक्सीन लेकर आई है। वैक्सीन आने के बाद हालात सुधरेंगे। यह कहना था ग्वालियर जिले के पहले कोरोना पॉजिटिव अभिषेक मिश्रा का। वह 24 मार्च 2020 को संक्रमित पाए गए थे। शुक्रवार को वैक्सीनेशन से एक दिन पहले दैनिक भास्कर ने अभिषेक से बात कर वैक्सीन पर उनका नजरिया जाना है।

डरा तो कभी नहीं था पर अपनों की चिंता थी

अभिषेक मिश्रा कहते हैं कि वह जब कोरोना पॉजिटिव निकले थे तो उनके घर को जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अमले ने घेर लिया था। पूरी कॉलोनी को सील कर दिया गया था। आसपास के लोग दहशत में थे। मैं तब भी नहीं डरा था। हां अपने परिवार को लेकर चिंता जरुर थी। क्योंकि उस समय लोग कोरोना को भूत मान रहे थे। पूरे देश में लॉकडाउन से डर फैला हुआ था। मैं जानता था कि डर के आगे जीत है। ऐसा ही हुआ कुछ दिन बाद मैं संक्रमण से बाहर निकला और सब कुछ पहले की तरह हो गया।

ऐसे आए थे अभिषेक पॉजिटिव

ग्वालियर के चेतकपुरी निवासी अभिषेक मिश्रा एक टायर कंपनी में एरिया मैनेजर हैं। घर में उनके अलावा पत्नी है। 24 मार्च को जिले के पहले कोरोना पॉजिटिव बनने से पूर्व वह खजुराहो घूमने गए थे। 19 मार्च को वह वापस लौटे थे। हल्का सा सर्दी जुकाम होने पर जब टेस्ट कराया तो यह कोरोना निकला।

अच्छा लगेगा जब वैक्सीन से कोरोना खत्म होगा

अभिषेक कहते हैं कि वह तो इस वायरस को झेल चुके हैं। बहुत दर्द होता था जब टीवी या न्यूज पेपर से पता चलता था कि गरीब व बेसहारा लोग सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर लौट रहे हैं। काम धंधा छूट गया था और वह परेशान थे। यह देखकर बहुत दर्द होता था। पर अब अच्छा लग रहा है जब वैक्सीन इस कोरोना वायरस को खत्म कर देगी।