सूर्य के राशि परिवर्तन का पर्व, तिल-गुड़ और खिचड़ी के दान व प्रात: स्नान से मिलेगा पुण्य
मकर संक्रांति का पर्व आज मनाया जाएगा। सुबह 8.14 बजे भगवान सूर्य देवगुरु बृहस्पति तथा चंद्रपुत्र बुध के साथ अपने पुत्र शनि से मिलेंगे। मकर संक्राति पर यह योग 58 साल बाद आया है। इससे पहले यह योग 1962 में सुबह 4.55 बजे आया था। उस समय इन ग्रहों के साथ केतु की युति भी थी।
इस चतुर्ग्रही योग में भगवान भास्कर की पूजा के साथ-साथ देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए दत्तात्रेय भगवान तथा शनि की कृपा प्राप्ति हेतु शनिदेव मंदिर में तिल दान करें एवं बुध की प्रसन्नता के लिए भगवान विष्णु को खिचड़ी एवं पीले वस्त्र अर्पित करें। ज्योतिषाचार्य पं. विजय भूषण वेदार्थी के अनुसार सूर्य ग्रह के मकर राशि में प्रवेश करते ही मलमास की समाप्ति हो जाएगी।
विशेष फल के लिए यह करें
तीर्थ स्नान या घर में जल में गंगाजल मिलाकर सूर्योदय से पूर्व स्नान करने का विशेष फल माना गया है। मकर राशि में सूर्य के प्रवेश करने के बाद पूरा दिन पुण्य काल रहेगा। इस समय पितृदोष की शांति हेतु नांदी श्राद्ध करना, देवालय एवं ब्राह्मण को दान करने के साथ-साथ गरीबों को भी दान करने काे शास्त्रों ने शुभ बताया है। इस दिन सूर्य भगवान की पूजा का विशेष महत्व माना गया है, इसलिए राज्य कृपा प्राप्ति एवं शत्रु पर विजय प्राप्ति हेतु वैदिक विधि से आदित्य हृदय स्त्रोत के 1100 पाठ करना संकल्प सिद्धिदायक होगा।
यह है मान्यता
मकर संक्रांति के दिन विशेष रूप से भगवान भास्कर अर्थात् सूर्यदेव की पूजा आराधाना की जाती है। इस दिन से दिन तिल-तिल कर बढ़ने लगते हैं अत: संक्रांति के दिन तिल, गुड़, चीनी मिले लड्डू खाने और दान देने का अपार महत्व है। खिचड़ी दान करने को भी महत्वपूर्ण माना गया है।
अयप्पा मंदिर में होगा मकर विलक्कू महोत्सव
सीपी कॉलोनी स्थित अयप्पा मंदिर में मकर विलक्कू महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव की शुरुआत सुबह गणेश जी की पूजा से होगी। मंदिर के सचिव महेश पिल्लई के अनुसार सुबह 9 बजे से एक लाख बार अयप्पा महाराज के नाम जप श्रद्धालु करेंगे। दोपहर 3.30 बजे श्रद्धालुओं को पारंपरिक रूप से केले के पत्ते पर खाना खिलाया जाएगा। शाम 6.30 बजे महाआरती और 50 किलो फूल से पुष्पाभिषेक किया जाएगा।
भाजपा महिला मोर्चा ने वरिष्ठ नागरिकों का किया सम्मान
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की जिला महामंत्री रेशु राजावत ने मकर संक्रांति पर गजक, मगौड़ों के साथ वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया। मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री माया सिंह थीं। अध्यक्षता सुरेंद्र सिंह तोमर ने की। विशिष्ट अतिथि मंजू सिकरवार, लालजी जादौन, देवेश शर्मा, अभय चौधरी, शरद गौतम, महेश उमरैइया, बलराम बघेल, बलवीर सिंह तोमर, हरिओम, राम प्रकाश परमार थे। कार्यक्रम में रेखा त्रिपाठी, गीता मेवा फरोश, सुमन चौरसिया, पदमा शर्मा, अनुराधा शर्मा, मीना चौहान, रजनी भदोरिया, मिथिलेश बघेल आदि मौजूद थीं।