स्मारकों से हटाईं चमगादड़, जहां पक्षियों का जमावड़ा, वहीं नहीं पहुंच रही टीमें

बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए भारतीय पुरातत्व संरक्षण अलर्ट हो गया है। किला स्थित राष्ट्रीय धरोहरों पर नजर रखी जा रही है। यहां मौजूद चमगादड़ों को भगा दिया गया है। अब उन रास्तों को बंद करने की तैयारी है, जहां से चमगादड़ प्रवेश करती हैं। इधर, शहर में सुबह और शाम को नजर आने वाले पक्षियों के स्थलों पर पशु पालन विभाग की टीमें कम ही पहुंच रही हैं।

हालांकि, अधिकारी दावा कर रहे हैं कि टीमों को पहुंचाया जा रहा है। पशु पालन विभाग के संयुक्त संचालक डाॅ. एएस तोमर कहते हैं कि जहां पर पक्षी ज्यादा रहते हैं वहां जागरूकता के लिए टेलीफोन और मोबाइल नंबर लिखवा देंगे। यदि कोई मृत पक्षी मिलता है तो लोग तत्काल सूचना कर सकते हैं।

किले पर मानसिंह पैलेस, तेली का मंदिर, सहस्त्रबाहू मंदिर सहित अन्य ऐतिहासिक इमारतें हैं। यहां पर काफी संख्या में चमगादड़ों का डेरा रहता है। एएसआई ने पिछले दिनों चमगादड़ों को धुआं करके भगा दिया है। उक्त स्थलों के आसपास अभी तक कोई मृत पक्षी नहीं मिला है।

शहर में यहां बड़ी संख्या में रहते हैं पक्षी

गोपाचल: फूलबाग के पास स्थित गाेपाचल पर्वत में बड़ी संख्या में पक्षियों का डेरा है। यहां कोई पक्षी मरा नहीं है, लेकिन प्रशासन की टीम भी यहां नहीं पहुंची है।

जलविहार: जलविहार परिसर में कबूतर, कौए और तोते बड़ी संख्या में रहते हैं। पक्षी प्रेमी यहां पक्षियो को दाना खिलाने आते हैं।

रेलवे स्टेशन: रेलवे स्टेशन की छत पर बड़ी संख्या में कबूतरों का डेरा है। पिछले कुछ दिनों में यहां कोई पक्षी की मौत तो नहीं हुई है। लेकिन यह स्थान भी पशु पालन विभाग की सूची में नहीं है।

छत्री: कटोराताल स्थित छत्री में बड़ी संख्या में पक्षियों का डेरा है। प्रशासन की टीम ने न तो यहां कोई पूछताछ की है और न ही सर्वे।

किला गुरुद्वारा: किला स्थित गुरुद्वारे के पास माता का मंदिर बना हुआ है। यहां पर सूरजकुंड में विदेशी पक्षियों का डेरा है। मंदिर पर रहने वाले रामसिंह का कहना है कि कोई भी अभी तक पक्षी नहीं मरा है। यहां पर कोई टीम नहीं आई है।

मोतीमहल: यहां काम करने वाले नवीन का कहना है कि पक्षियों के संबंध में किसी टीम के आने की कोई सूचना नहीं मिली है।

..तो पर्यटकों का प्रवेश बंद

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने सभी सर्किल के जिम्मेदारों को संदेश भेज दिया है कि यदि ऐतिहासिक धरोहरों के आसपास कोई पक्षी मृत अवस्था में मिलता है तो तत्काल पर्यटकों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।

अफसरों को निर्देश दिए हैं

सभी अधीनस्थ अधिकारियों से कहा है कि यदि कोई पक्षी स्मारकों के आसपास मृत अवस्था में मिलता है तो तत्काल पर्यटकों का प्रवेश बंद कर दिया जाए। ग्वालियर किले के स्मारकों से चमगादड़ों को हटा दिया गया है।

-पीयूष भट्‌ट, अधीक्षण पुरातत्व विद् भोपाल मंडल एएसआई

टीमों को पहुंचाया जा रहा है

हमारे पास बिरला नगर पानी की टंकी के पास कबूतरों के रहने की सूचना थी। वहां पर चेक कराया गया है। कोई कबूतर मरा नहीं मिला है। जहां पक्षी आते हैं। उन स्थलों पर टीमें पहुंचा रहे हैं। मोतीझील, मोतीमहल सहित कई जगह टीम जा चुकी हैं।

-डॉ. केशव सिंह बघेल, उप संचालक, पशुपालन विभाग