सुबह से आसमान में छाए थे बादल, दोपहर में हुई बारिश, मौसम में घुली ठंडक

शहर में एक बार फिर मौसम बदला है। शनिवार सुबह से आसमान में छाए बादल दोपहर तक आते-आते बरस गए हैं। ग्वालियर में 10 मिनट के लिए हुई बारिश से मौसम ठंडा हो गया है। नए साल 2021 की यह पहली बारिश है। पर मौसम विभाग ने अलर्ट किया है कि 48 घंटे में और भी बारिश हो सकती है। इससे पहले बादल के कारण शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान अन्य दिनों की तुलना में 3.2 डिग्री के उछाल के साथ 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। पर दिन में बारिश होने से दिन का तापमान नीचे गिरा है और अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। शनिवार को कोल्ड डे माना गया है।

सुबह और दिन में ठंड बढ़ने से लोग अलाव के सहारे ही बैठे नजर आ रहे हैं।

एक बार फिर अंचल में मौसम ने करवट ली है। हवा का रुख बदलते ही आसमान में कोहरे की जगह बादलों ने ले ली है। शनिवार सुबह की शुरुआत बादलों के साथ हुई है। जिस कारण ठंडी हवा नहीं चली और एक सप्ताह से जारी ठिठुरन वाली ठंड से राहत रही है। दोपहर 2 बजे अचानक रिमझिम बारिश शुरू हो गई। करीब 10 मिनट तक बारिश होने से शहर का मौसम एक बार फिर बदल गया। अचानक बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई है। दिन भर धूप नहीं निकलने से शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री रहा है।

मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय का कहना है कि इस समय अफगानिस्तान की तरफ एक नया पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। साथ ही अरब सागर से ट्रफ लाइन गुजरात होते हुए राजस्थान तक आ रही है। इस कारण बारिश की पूरी संभावना बन रही है। शनिवार दोपहर बारिश के बाद भी अगले 48 घंटे बादल रहेंगे और हल्की बारिश भी हो सकती है।

संक्रांति तक नहीं ठंड से राहत

मौसम विभाग की माने तो फिलहाल ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। संक्रांति तक ऐसे ही मौसम ठंडा बना रहेगा। संक्रांति के बाद ही हाड़ कंपा देने वाली ठंड से राहत मिल सकेगी। तब तक मौसम में उतार चढ़ाव इस तरह की चलता रहेगा।

किसानों को मावठ का इंतजार

सर्दी में होने वाली हल्की बारिश को मावठ कहा जाता है। किसानों को मावठ का इंतजार है। मावठ फसलों के लिए अच्छी होती है, लेकिन सर्दी की बारिश के साथ ओले की भी संभावना बनी रहती है जो खतरनाक हो सकती है। शनिवार दोपहर हल्की बारिश किसानों के लिए राहत लेकर आई है।