जेएएच अस्पताल से हथकड़ी खोलकर भागा कैदी, लापरवाही पर जेल अधीक्षक ने 2 आरक्षक को सस्पैंड किया

जेएएच के कैदी वार्ड में इलाज करा रहा कैदी हथकड़ी खोलकर फरार हो गया। भागते समय कैदी केवल निक्कर में था। पुलिस व अस्पताल कर्मियों ने आसपास के इलाके में सर्चिंग भी की जबकि उसका कोई सुराग नहीं लगा। उधर प्रहरी विपिन लोधी और अनिस खां को लापरवाही के चलते सस्पेंड कर दिया गया है।

सागर जेल से कुछ समय पहले ग्वालियर जेल लाया गया था

जेएएच के कैदी वार्ड में आज तड़के पांच बजे एक कैदी वार्ड से फरार हो गया। दरअसल सागर जेल से कुछ समय पहले मनमोहन सिंह उर्फ कल्लू ग्वालियर जेल लाया गया था। यहां उसे टीबी की बीमारी के चलते अस्पताल में दाखिल कराया गया था। इलाज में आराम मिलने पर उसे टीबी वार्ड से कैदी वार्ड में शिफ्ट किया गया था।

झांसा देने के लिए वह अपनी पेंट वहीं छोड़कर चला गया

बीती रात को वह खाना खाने के बाद रोजाना की तरह सो गया था इसके बाद उसे सुबह 4 बजे नर्स ने इंजेक्शन भी दिया था। सुबह 4.30 बजे तक उसकी सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों ने उसे देखा भी था इसके बाद वह कब निकल गया किसी को पता नहीं लगा। पुलिस व अस्पताल स्टाफ को झांसा देने के लिए वह अपनी पेंट वहीं छोड़कर चला गया जिससे लगे कि वह शौच के लिये गया है। जब वह काफी देर तक नहीं आया तो उसकी पुलिस जवानों ने तलाश की तो उसकी हथकड़ी बिस्तर पर ही पड़ी हुई थी। बहार भी उसकी तलाश की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, आखिरकार कम्पू पुलिस ने कल्लू के फरर होने पर धारा 224 के तहत अभिरक्षा से फरार होने का प्रकरण दर्ज कर लिया है।

ग्वालियर केंद्रीय जेल से बंदी मोहन (35) पुत्र कल्लू अहिरवार को 19 दिसंबर को टीबी की बीमारी के चलते जेएएच स्थित बंदी वार्ड में भर्ती कराया था। निगरानी के लिए जेल प्रहरी भी तैनात किए गए थे। बंदी के भागने का पता बुधवार सुबह उस समय चला, जब ड्यूटी चेक करने मुख्य प्रहरी दरयाब सिंह अस्पताल पहुंचे। यहां पुलिस जवान और बंदी दोनों गायब मिले। पहले उन्होंने अपने स्तर पर तलाश की। पता नहीं चलने पर जेल प्रबंधन को सूचना दी। जेल प्रबंधन मौके पर पहुंचा और पुलिस को भी सूचना दी गई।

अपहरण और दुष्कर्म का आरोपी है मोहन

जेल अधीक्षक मनोज साहू ने बताया कि सागर निवासी मोहन दुष्कर्म और अपहरण के मामले में सजा काट रहा है। उसकी तबीयत खराब हुई, तो उसे सागर से भोपाल ट्रांसफर किया गया था। वहां से उसे 18 दिसंबर को ग्वालियर लाया गया था। यहां खून की उल्टी करने पर दूसरे दिन जेएएच में भर्ती कराया।