24 घंटे में 6.6 डिग्री लुढ़का रात का पारा, दिन में भी कड़ाके की सर्दी

10 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दो दिन से बर्फीली हवा से कड़ाके की ठंड की चपेट में ग्वालियर अंचल आ गया है। ऐसी बर्फीली हवा के सामने मंगलवार को सूरज भी ठिठुरा हुआ नजर आया, क्योंकि सूरज की तपिश बर्फीली हवा का सामना नहीं कर पायी। पूरे दिन कड़ाके की सर्दी का सितम जारी रहा।

बर्फीली हवा के कारण ही 24 घंटे में ही रात का पारा 6.6 डिग्री सेल्सियस लुढ़ककर 3.8 डिग्री पर आ गया। यह सीजन का सबसे कम पारा है। हालांकि बुधवार को रात के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा रहा है कि क्योंकि शाम 5:30 बजे से लेकर रात 8:30 बजे के 6.6 डिग्री सेल्सियस तापमान लुढ़का है। दूसरी और उत्तरी हवा लगातार चल रही है। इससे पुराने साल की विदाई और नए साल का आगाज कड़ाके की ठंड के साथ होने का अनुमान मौसम विभाग लगा रहा है।

दो साल बाद 29 दिसंबर की रात सबसे ठंडी रही

दो साल बाद 29 दिसंबर की रात सबसे ठंडी रही। इससे पहले 29 दिसंबर 2018 को रात का पारा 3.1 डिग्री दर्ज किया गया था। जबकि पिछले वर्ष इसी तारीख को रात का पारा 4.4 डिग्री दर्ज हुआ था। हालांकि पिछले वर्ष 12 दिन सीवियर कोल्ड डे रहे। साथ ही दिन का पारा करीब 8 डिग्री पर आ गया था। मौसम विभाग के रिकॉर्ड में पिछले साल की तरह सर्दी 100 साल में भी नहीं रही थी।

सुबह 5 से 9 बजे तक ज्यादा ठिठुरन

मंगलवार सुबह 5 से 9 बजे तक यानी 4 घंटे ज्यादा ठिठुरन रही। इस दौरान पारा 5 से 7 डिग्री के बीच रहा। धुंध भी छाई रही। सर्दी और हवा के कारण दिन में धूप भी बेअसर रही। शाम 6 बजे के बाद बर्फीली हवा का प्रकोप फिर से शुरू हो गया। रात 8:30 बजे पारा 9.8 डिग्री पर आ गया।

पिछले दिन की तुलना में अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस बढ़त के साथ 20.7 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 2.1 डिग्री कम रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 3.8 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 2.7 डिग्री कम रहा। सुबह की आर्द्रता 76 फीसदी रही। यह सामान्य से 2 फीसदी कम रही। जबकि शाम की आर्द्रता 44 फीसदी रही। यह सामान्य से 8 फीसदी कम रही।