जेएएच अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान करने पहुंचे दो नशेडि़यों को स्टाफ ने पकड़ा

जयारोग्य अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान करने पहुंचे दो नशेडि़यों को स्टाफ ने पकड़ लिया और उनसे जब मरीज के बारे में पूछताछ की तो वह कुछ नहीं बता सके। नशेडि़यों का कहना था कि उनको मरीज की जानकारी नहीं है उन्हें तो हैप्पी नाम के युवक ने रक्तदान करने भेजा था। उसका कहना था कि उसकी ब्लड बैंक में अच्छी सेटिंग है बस उन्हें तो पहुंचना है और अपने आप स्टाफ ब्लड ले लेगा। हैप्पी उन्हें रक्तदान के एवज में 1500-1500 रुपये देता।

अलग-अलग ब्लड बैंक में रक्तदान करने भी पहुंचे

इससे पहले भी वह कई बार रक्तदान कर चुके है। वह अलग-अलग समय पर अलग-अलग ब्लड बैंक में रक्तदान करने भी पहुंचे। ब्लड बैंक में 6 माह पहले रक्तदान करके गए थे। पकड़ गए नशेडि़यों की जानकारी ब्लड बैंक पर तैनात सुरक्षागाडऱ्ों ने कंपू थाना पुलिस को दे दी है। पकड़े गए नशेडि़यों ने अपना नाम रवि व किशन बताया है।

अजय त्यागी के जेल जाने के बाद ऐसा लगा कि खून के गोरखधंधे पर लगाम लग गई है। जयारोग्य अस्पताल में पिछले चार दिन में पाच लोग फर्जी तरह से रक्तदान करने वाले नशेड़ी पकड़े जा चुके है। सोमवार को पकड़े दोनों नशेडि़यों ने बताया कि हैप्पी नाम का युवक उन्हें रक्तदान के लिए भजता है। इससे साफ हो गया है कि खून के इस गोरखधंधे में दलाल अभी भी सक्रिय है लेकिन अजय को जेल पहुंचाने के बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग और पुलिस चुप्पी साथ चुकी है लेकिन खून का काला कारोबार अभी भी जारी है।