बुजुर्गों के लिए और घातक हुआ कोरोना, 30 दिन में 27 की मौत

कोरोना संक्रमण 60 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए काल साबित हो रहा है। बीते 30 दिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो अस्पताल में भर्ती कुल 27 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा।

इसमें 21 (81%) मृतकों की आयु 60 वर्ष से अधिक थी। यह आंकड़ा इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि इससे पूर्व शहर में कोरोना से कुल 260 लोगों की मौत हुई थी। इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या 170 (65%) थी। यहां बता दें कि बीते 30 दिनों में 27 मौतों में से 5 मौत 45-60 आयु के और एक मौत 30-44 आयु वर्ग की हुई है।

कब कैसी रही स्थिति: 10 मई को शहर में कोरोना से पहली मौत डबरा निवासी गंगाराम रोहिरा की हुई थी। 27 नवंबर तक कुल 260 लोगों की मौत हुई। 28 नवंबर को किसी की मौत नहीं हुई, 29 नवंबर से 28 दिसंबर तक 27 कोविड मरीजों ने दम तोड़ा है।

लक्षणों की अनदेखी पड़ रही है जान पर भारी

एक दिसंबर से सुपरस्पेशलिटी हाॅस्पिटल में कोविड मरीजों का इलाज कर रहे एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. राकेश गहरवार ने बताया- जब बुजुर्ग किन्हीं कारणों से संक्रमण की चपेट में आते हैं और उनमें लक्षण उभरने लगते हैं तो वे इनकी अनदेखी करते हैं क्योंकि वे यह मानकर चलते हैं कि घर से बाहर नहीं जाने के कारण वे संक्रमित नहीं हो सकते।

यही लापरवाही भारी पड़ रही है। पिछले दिनों जिनकी मौत हुई, उन्हें अधिकांश की भर्ती होते समय ही स्थिति काफी नाजुक थी। अन्य बीमारियों के चलते रोग प्रतिरोधक क्षमता कम रही, इस कारण फेफड़ों में संक्रमण इतनी तेजी से फैला कि उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।