रेत का अवैध परिवहन रोकने चैकपोस्ट पर हर 7 दिन में बदलेगा स्टाफ

रेत का अवैध परिवहन रोकने के लिए बनाए गए 4 चैकपोस्ट पर हर सात दिन में स्टाफ बदल दिया जाएगा। इसी के साथ यहां इलेक्ट्रानिक ट्रांजिट पास (ईटीपी), वाहन नंबर और चेसिस की जांच भी की जाएगी। चारों पोस्ट शुरू हो गई हैं। इन चैकपोस्ट पर दस्तावेज से संतुष्ट न होने की दशा में वाहन की मौके पर ही जांच की जाएगी।

इसके तहत मौके पर तैनात स्टाफ लैपटॉप से तुरंत ईटीपी की जांच करेगा। इसी के साथ इंजन और चेसिस नंबर की भी मौके पर चैकिंग की जाएगी। यदि इनका मिलना नहीं होता है तो वाहन जब्त कर अर्थदंड लगाया जाएगा। रेत के परिवहन के दौरान कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जब ईटीपी और वाहन अलग-अलग पाए गए।

अब तुरंत ही संदिग्ध डंपर व ट्रकों की जांच होगी। अधिकारियों ने बताया कि अगर ईटीपी और वाहन का मिलान नहीं होता है या किसी प्रकार का फर्जीवाड़ा पाया जाता है तो उक्त वाहन को जब्त किया जाएगा। गौरतलब है कि रेत के अवैध परिहवन और भंडारण को लेकर मुहिम चलाई गई है।

24 घंटे तैनात रहेगा स्टाफ... 3 पालियों में करेगा काम

चैकपोस्ट पर 24 घंटे स्टाफ तैनात रहेगा। यह आठ-आठ घंटे की तीन पालियों में काम करेगा। इन दलों में राजस्व, पुलिस, वन और परिवहन विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। भोपाल कमिश्नर कवींद्र कियावत हर सात में इनकी रिपोर्ट लेंगे कि कितने वाहनों की चैकिंग की गई।

उन्होंने यह भी ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं कि अगर डंपर में क्षमता से अधिक रेत का परिहवन हो रहा है तो उस पर भी कार्रवाई की जाए। होशंगाबाद की ओर से आने वाले अनेक डंपरों में क्षमता से अधिक रेत भरकर परिवहन किया जाता है।