पैसे लेकर खून बेचने वालों को ब्लड बैंक स्टाफ ने पकड़ा, पुलिस को सौंपा

जेएएच के ब्लड बैंक में मरीज के रिश्तेदार बनकर खून देने पहुंचे तीन युवकों को ब्लड बैंक के कर्मचारियों ने ही पकड़ा है। इन युवकों ने मरीज के अटेंडर से 2 हजार रुपए भी ले लिए थे। जब कर्मचारियों को संदेह हुआ तो इन्हें पकड़कर पूछताछ की तो तीनों ने 2 हजार रुपए में खून बेचना स्वीकार किया है।

जेएएच के कर्मचारियों ने तीनों को कंपू पुलिस के सुपुर्द कर दिया। वहीं शिकायती आवेदन भी कंपू पुलिस को दिया है। लेकिन देर रात तक इस मामले में कंपू पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

जेएएच में सीपीएल के कर्मचारी योगेंद्र परमार ने बताया कि कमलाराजा अस्पताल में भर्ती प्रीति रजक को खून की आवश्यकता थी। प्रीति के परिजन जब ब्लड बैंक के बाहर से गुजर रहे थे तो तीन युवक मिले। इन्होंने परिजनों से पूछा कि खून की जरूरत है तो वह 2 हजार रुपए में खून डोनेट कर देते हैं।

परिजनों के पास डोनर नहीं था, इसलिए युवकों को लेकर वह ब्लड बैंक में पहुंचे। यहां प्रीति का कार्ड देखकर युवकों से उनका नाम और मरीज से रिश्ता पूछा तो यह लोग सकपका गए। इसके बाद कर्मचारियों ने ही तीनों को पकड़ लिया। तीनों ने अपने नाम रवि सिंह, नीरज किरार और दिलीप किरार बताए।

कंपू थाना प्रभारी अनीता मिश्रा ने बताया कि इस मामले में तीनों से पूछताछ की जा रही है। तीनों का कहना है, वह खून देने नहीं गए थे। वहीं ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अरुण जैन का कहना है कि ब्लड बैंक में कई ऐसे लोग आते हैं, जो रिश्तेदार नहीं होने के बाद भी पैसे के लालच में ब्लड देने को तैयार रहते हैं। इनके हाथ में जगह-जगह सिरिंज लगाने के निशान होते हैं।