कम क्लोरीन डालकर शुद्ध किया पानी पी रहे शहरवासी
आपको जो पानी पीने के लिए दिया जा रहा है, वह क्लोरीन की निर्धारित से कम मात्रा डालकर शुद्ध किया जा रहा है। यह खुलासा शुक्रवार तड़के तब हुआ, जब ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर मोतीझील स्थित नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर निरीक्षण करने पहुंचे।
मंत्री ने निगम अधिकारियों को फटकार लगाई। इसके बाद पानी में क्लाेरीन की मात्रा का डोज 1.5 पीपीएम किया गया। इस पर मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि पानी की शुद्धता से खिलवाड़ न करें। भविष्य में ऐसी कमियां मिलेंगी तो एक्शन लूंगा। निरीक्षण के बाद मंत्री ने निगम आयुक्त संदीप माकिन को फोन करके बात की। मंत्री इसके बाद रक्कास टैंक पर भी पहुंचे।
1 पीपीएम से कम मिलाई जा रही थी क्लोरीन
मोतीझील के नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर पानी शुद्ध करने के लिए करीब 30 फीसदी कम क्लोरीन मिलाई जा रही थी। नियम के अनुसार फिल्टर किए गए पानी में 1.5 पीपीएम क्लोरीन का डोज दिया जाना चाहिए। जबकि मौके पर एक पीपीएम से भी कम क्लोरीन मिलाना सामने आया।