सफेद दूध का काला व्यापार, प्रतिदिन 4.45 लीटर दूध होता है तैयार

ग्वालियर. हर रोज एक लाख लीटर से अधिक नकली दूध तैयार किया जा रहा है। यह दूध जिले के औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक फैक्ट्रियों में खपाया जा रहा है। जबकि शासन जिला प्रशासन इस जहर के व्यापार पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लगा पा रहा था।

यहां पर आपको बता दें कि 17 लाख से ज्यादा आबादी वाले भिण्ड जिले में 5 लाख 58 हजार गाय, भैंस हैं। इनमें से 80 प्रतिशत गाय, भैंस दूधारू हैं। वहीं जिले में हर रोज 4 लाख 45 हजार लीटर दूध का उत्पादन होता है जबकि जिले में एक व्यक्ति को प्रतिदिन 622 मिली लीटर दूध की उपलब्धता है। इस प्रकार से जिले में प्रतिदिन 2 लाख 73 हजार लीटर दूध की खपत होती है।

 

वहीं एक लाख 72 हजार लीटर दूध काफी बचता है, वहीं दूध के व्यापार से जुडे लोगों की मानें तो प्रतिदिन लगभग 3 लाख लीटर दूध का जिले से दिल्ली, अलीगढ़, कासगंज, शिकोहाबाद, वल्लभगढ़ आदि शहरों के लिये निर्यात किया जाता है। यानि जिले में हर रोज एक से सवा लाख लीटर दूध कृत्रिम तरीके से बनाया जाता है। जो कि जिले में संचालित दूध डेयरियों और चिलर प्लांट पर ही तैयार किया जाता है।
नकली दूध की जांच -हथेली पर रगडे तो जल्दी झाग आयेगा
रंग सफेद दूध

भंडारण काफी देर तक सफेद ही रहता है कुछ समय के बाद हल्का पीला होने लगाता है।
बनावट हथेली पर रगड़ने पर झाग नहीं आता । हथेली पर रगड़ने पर झाग आने लगता है।
पीएच 6.6-6.8 10-11 (अत्याधिक क्षारीय)
फैट 4.5-5.0% 4.5-5.0%
सॉलिड फैट 8-9% 8-9%
गर्म करने पर रंग में कोई परिवर्तन नहीं होता । उबालने पर पीला हो जाता है। (ये भिंड पुलिस ने आमजन की जानकारी के लिए जारी किया है।)

अब नकली दूध बनाने का सामान बेचने वालों को भी बना रहे केस में आरोपी

नकली दूध बनाने वालों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। साथ ही नकली दूध बनाने का सामान बेचने वालों को भी अब आरोपी बनाया जा रहा है। इसके अलावा दुग्ध उत्पाद वाली जो कंपनियां मिलावटी दूध खरीदती है, उन पर भी कार्रवाई की जा रही है। मनोजकुमार सिंह, एसपी, भिंड

मिलावटी दूध के कारोबार पर अंकुश लगाने अब रासुका भी लगाई जाएगी

मिलावटी दूध के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए मिलावटखोरों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। साथ ही ऐसे लोगों पर रासुका की भी कार्रवाई चल रही है। यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। लोगों को मिलावट के जहर से बचाने के लिए हर संभव कार्रवाई की जाएगी। डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत, कलेक्टर