तानसेन की जन्मस्थली, भदावना कुंड, बंधौली के शिव मंदिर पर बढ़ेगा पर्यटन

अब मुरार ग्रामीण के प्राचीन स्थलों को पर्यटन से जोड़ने के लिए प्रयास तेज हो गए हैं। प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार ने ओरछा टूरिस्ट सर्किट से मुरार के पर्यटन स्थलों को जोड़ने के लिए पहल की है। इससे न केवल पर्यटन स्थल पर चहल पहल बढ़ेगी बल्कि पयर्टन स्थल के आसपास व्यापार और रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे। यह बात उन्होंने मुरार विकासखंड में एक कार्यक्रम के दौरान बताई है। इससे मुरार के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सिंह कुशवाह ने इसके लिए प्रयास भी शुरू कर दिए हैं। जिले के पर्यटन स्थलों को ओरछा टूरिस्ट सर्किट से जोड़ने की योजना को मंजूरी के लिये शासन स्तर पर प्रस्ताव भी रख दिया है। प्रस्ताव में बताया गया है कि ओरछा टूरिस्ट सर्किट से जिले के मुरार स्थित पर्यटन स्थलों को इस प्रकार से जोड़ा जाएगा, जिससे ग्वालियर के पर्यटन स्थलों को देखने के बाद ही पर्यटक ओरछा और खजुराहो पहुंच सकें। इससे ग्वालियर में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ जिले के लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

इन पर्यटन स्थलों पर आने लगेंगे पर्यटक

अभी तक ग्वालियर में पयर्टन स्थलों की बात आने पर ग्वालियर किला, जयविलास पैलेस व अन्य जगहों के नाम सामने आते हैं। पर मुरार ग्रामीण क्षेत्र में कई ऐसे मंदिर और स्थान है जो पर्यटन की नजर से महत्वपूर्ण हैं, जैसे संगीत सम्राट तानसेन की जन्मस्थली बेहट, भदावना कुण्ड उटीला, देवगढ़ का किला, बंधौली के ऐतिहासिक शिव मंदिर, तसीम खो सिंहपुर प्रमुख हैं। यहां पर्यटन बढ़ने से व्यापार और रोजगार भी बढ़ेगा।