मुरार, सिटी सेंटर और बड़ागांव में रजिस्ट्री के लिए 6 दिन की वेटिंग, जमीन की रेट बढ़ाने पर क्रेडाई को आपत्ति
स्टांप ड्यूटी में दो फीसदी की छूट से अभी रियल एस्टेट सेक्टर में उछाल है। मुरार, सिटी सेंटर, खुरैरी और बड़ागांव जैसे क्षेत्रों में तो रजिस्ट्री के लिए छह दिन तक की वेटिंग चल रही है। दूसरी तरफ उप मूल्यांकन समिति के सदस्य इस बार जमीन की कीमत बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।
इस पर क्रेडाई ने आपत्ति जताई है। क्रेडाई के अध्यक्ष अतुल अग्रवाल ने कहा, ऐसी विसंगतियां विभाग को दूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर अभी ठीक चल रहा है। ऐसे में जमीन की कीमत बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं है। जमीन के नए रेट तय करने के लिए उप मूल्यांकन समिति की दूसरी बैठक 24 दिसंबर को होगी। इसमें समिति के अध्यक्ष एसडीएम लश्कर औश्र सदस्य निर्णय लेंगे।
यह भी सच- गाइड लाइन से ज्यादा हैं बाजार में कीमत
स्थान सरकारी रेट सौदे सिरोल 10400 24000 तक मेहरा 11200 20000 तक ओहदपुर 24000 40000 तक गंगापुर 2000 8000 तक पुरानी छावनी 4800 12000 तक
नोट: जमीन के रेट वर्गमीटर में हैं
ऐसे समझें: छह साल बाद हो रहे बदलाव को
संपदा सॉफ्टवेयर से जांच
100 दस्तावेज ऐसे मिले हैं जिनमें रजिस्ट्री मौजूदा रेट से 5 से एक हजार फीसदी तक ज्यादा रेट पर हुई हैं। इनमें अधिकांश बैंक लोन वाले प्रकरण हैं। वरिष्ठ उप पंजीयक दुष्यंत दीक्षित के मुताबिक इनमें से 300 दस्तावेज ऐसे हैं जो 25% या इससे अधिक पर रजिस्टर्ड हुए हैं, इन्हीं क्षेत्रों में रेट बढ़ाए जाएंगे।
कहीं वेटिंग कहीं सन्नाटा
सिटी सेंटर क्षेत्र में दस्तावेज पंजीयन कराने छह दिन की वेटिंग चल रही है। जबकि पुराने शहर में सन्नाटा है। जिला पंजीयक डॉ. दिनेश गौतम के मुताबिक 2 फीसदी छूट 31 दिसंबर को खत्म होगी। इसी कारण दस्तावेज अधिक पंजीयन हो रहे हैं। दिसंबर के 15 दिन में 2545 दस्तावेज पंजीयन हो चुके हैं।
सभी से विचार विमर्श करने के बाद निर्णय
बिना जांच और साक्ष्य के जमीन की कीमतों में वृद्धि नहीं होगी। साेनचिड़या क्षेत्र में अभी वृद्धि पर निर्णय नहीं हुआ है। सभी विभागों के एक्सपर्ट 24 दिसंबर की बैठक में बुलाए गए हैं। इसके बाद जो मसौदा तैयार होगा, उसे क्रेडाई, चेंबर व अन्य इसी तरह की संस्थाओं के पास अंतिम निर्णय से पहले विचार विमर्श के लिए भेजा जाएगा ताकि बाद में किसी को कोई आपत्ति न रहे।