नकली प्लाज्मा से मौत मामले में अब up के सीएम से लगाई सीबीआई जांच की गुहार
मध्य प्रदेश पुलिस से अब मृतक के परिवार का भरोसा उठ गया है। यहां सीएम से लेकर गृहमंत्री तक से सीबीआई जांच की मांग कर चुके हैं। अभी तक अपोलो अस्पताल से प्रशासन मृतक की ट्रीटमेंट शीट तक नहीं दे पाया है। इसलिए मृतक के परिवार ने अब यूपी के सीएम से मदद की गुहार लगाई है। साथ ही अपोलो अस्पताल के डॉक्टर पर मामला दर्ज करने और इस पूरे मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच की मांग की है। गुरुवार शाम को मृतक के साले झांसी भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अखिलेश गुप्ता ने झांसी में पत्रकार वार्ता लेकर ग्वालियर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग पर मदद न करने का आरोप लगाया है।
यह है पूरा मामला
दतिया के खजांची मोहल्ला निवासी 46 वर्षीय मनोज कुमार गुप्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के कारोबारी थे। तीन दिसंबर 2020 को उनको कोविड संक्रमण के चलते ग्वालियर के पड़ाव थाना क्षेत्र स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उनको 8 दिसंबर को प्लाज्मा चढ़ाया गया, तभी से व्यापारी की हालत बिगड़ गई थी। 10 दिसंबर सुबह करीब 10.30 बजे अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। मृतक के साले नरेश ने नकली प्लाज्मा चढ़ाने का आरोप लगाया था। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टरों की सिफारिस पर अपोलो के कर्मचारी जगदीश भदकारिया, वेदांश हॉस्पिटल के कर्मचारी महेश मौर्य और खुद को जेएएच का कर्मचारी बताने वाले अजय त्यागी का नाम सामने आया था।
अब तक अपोलो अस्पताल पर एक्शन क्यों नहीं
इस मामले में मृतक कारोबारी के साले अखिलेश गुप्ता ने सवाल खड़े किए हैं। पहले ही दिन से पड़ाव थाना पुलिस डॉक्टरों को बचा रही है। सिर्फ खून और प्लाज्मा के दलालों को पकड़ने से काम नहीं चलेगा। पुलिस को इस नेटवर्क के बड़े चेहरे जैसे अपोलो अस्पताल के वह डॉक्टर जिन्होंने इन दलालों से प्लाज्मा खरीदने के लिए कहा। साथ ही बिना जांच के प्लाज्मा चढ़ा दिया। उन पर अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। अस्पताल में कारोबारी को क्या इलाज दिया गया इसका ट्रीटमेंट शीट सीएमएचओ 8 दिन बाद भी नहीं दिला सकें हैं। इसलिए अब ग्वालियर पुलिस से विश्वास उठ चुका है। इसलिए गुरुवार शाम को झांसी में पत्रकार वार्ता कर सीएम यूपी योगी आदित्यनाथ से सीबीआई जांच कराने की गुहार लगाई है।
पुलिस ने अभी तक क्या किया
इस मामले में पांच आरोपियों को पुलिस पकड़ चुकी है। इनमें नकली प्लाज्मा का मास्टर माइंड अजय शंकर त्यागी, महेश मौर्य, जगदीश भदकारिया, राधास्वामी ब्लड बैंक का लैब टेक्नीशियन देवेन्द्र गुप्ता, अशोक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पर अभी तक किसी भी बड़े नाम पर कार्रवाई नहीं की है। अजय शंकर पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई भी की जा रही है।