प्रदेश में दतिया सबसे सर्द, ग्वालियर की रात पचमढ़ी से ज्यादा ठंडी

सर्दी का सितम शुरू हो चुका है। पहाड़ों से आ रही उत्तरी बर्फीली हवा ने गुरुवार को ग्वालियर के साथ ही भिंड, दतिया, मुरैना, श्योपुर और शिवपुरी के लोगों को भी शीतलहर की चुभन का अहसास कराया। प्रदेश में सबसे सर्द रात दतिया में रही। यहां पारा 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि ग्वालियर में रात का पारा (7.4) पचमढ़ी (7.6) से भी कम रहा। पिछले तीन दिनों से ग्वालियर की रात पचमढ़ी के बाद सबसे सर्द रही हैं।

मौसम विभाग ने भले ही अधिकारिक रूप से शीतलहर चलने की बात नहीं की है, लेकिन गुरुवार को शाम के समय 6 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उत्तर से आने वाली बर्फीली हवा ने शीतलहर से चुभी। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 3 दिन के अंदर रात का पारा 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच सकता है। यानी, हाड़ कंपा देने वाली सर्दी का दौर शुरू हो जाएगा।

इन 4 कारणों से बढ़ी सर्दी

मौसम वैज्ञानिक डीपी दुबे के अनुसार सर्दी बढ़ने के 4 प्रमुख कारण हैं।
1. बादलों का छंटना।
2. नमी में गिरावट आना।
3. प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश।
4. कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है। कश्मीर में बर्फबारी हो रही है। यहां से बर्फीली उत्तरी हवा सीधे मैदानी क्षेत्र में पहुंच रही है। इससे सर्दी बढ़ी है।

आगे क्या- 3 दिन में गिरेगा पारा

अगले तीन-चार दिन में रात का पारा 2 से 3 डिग्री तक गिरने की संभावना है। इससे शीतलहर के साथ गलन वाली सर्दी का दौर शुरू होगा।
-एके शुक्ला, मौसम वैज्ञानिक