सोशल मीडिया पर 1 साल पहले दोस्ती, शादी के लिए नेपाल से सीहाेर आई नाबालिग
नेपाल से एक 16 वर्षीय किशोरी सीहोर तक अपने दोस्त से मिलने पहुंच गई। दोनों के बीच सोशल मीडिया पर एक साल पहले दोस्ती हुई थी, जो प्यार में बदल गई। शादी करने के लिए किशोरी नेपाल की राजधानी काठमांडू से फ्लाइट से लखनऊ पहुंची। लखनऊ से ट्रेन से भोपाल और भोपाल से बस से सीहोर पहुंची। लेकिन यहां पर उसका दोस्त मिलता, इसके पहले ही पुलिस ने उसे रेस्क्यू कर लिया।
किशोरी को पुलिस ने बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया, जहां से उसे बालिका गृह भेज दिया गया। साेमवार को किशोरी की मां और नेपाल एंबेसी के अधिकारियों ने समिति के समक्ष दस्तावेज दिए तो किशोरी उन्हें सौंप दी गई। हालांकि जिस युवक से किशोरी शादी करने आई थी उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। युवक की उम्र 21 साल है। युवक पर किशोरी की मां ने आरोप लगाया है कि बेटी को बहला-फुसलाकर उसे यहां बुलाया था।
घटना 27 नवंबर की है। बाल कल्याण समिति के सदस्य कृपाशंकर चौबे ने बताया कि उन्हें सूचना मिली की एक किशोरी नेपाल से भारत पहुंची है। वह अपने बॉयफ्रेंड से मिलने के लिए भोपाल के नजदीक सीहोर पहुंच रही है। सीहोर के प्रभार में भोपाल बाल कल्याण समिति सक्रिय हुई। उसने सीहोर पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने सीहोर बस स्टैंड पर नजर रखी। जैसे ही किशोरी बस से उतरी पुलिस ने उसे तुरंत रेस्क्यू कर लिया। उसके बाद उसे समिति के सामने पेश किया। किशोरी के नाबालिग होने के कारण उसे बालिका गृह में रखा गया।
चैट को साइबर एक्सपर्ट ने किया क्रेक, मोबाइल लोकेशन से मिलता गया पता
किशोरी की मां दुबई में एक ऑयल एवं गैस एजेंसी में काम करती है। किशोरी के दादा-दादी ने बेटी के न लौटने की सूचना उसकी मां को दी। इसके बाद मां काठमांडू पहुंची। उसने नेपाल पहुंचकर भारतीय दूतावास को इसकी सूचना दी। मां ने दोनों एंबेसी को बताया कि वह बेटी के साथ सोशल मीडिया से जुड़ी है। इससे उसका मोबाइल ट्रेस कर सकते हैं। इसके बाद भारतीय दूतावास और नेपाल दूतावास दोनों सक्रिय हुए।
दोनों दूतावास के साइबर एक्सपर्ट ने किशोरी के सोशल मीडिया के चैट को क्रेक किया। इसके बाद उसके चेट से पता चला कि वह भोपाल के नजदीक सीहोर में रहने वाले लड़के के पास पहुंच रही है। नेपाल एंबेसी अधिकारी नवीन जोशी ने इसकी सूचना बाल कल्याण समिति को दी। समिति ने सीहोर पुलिस को सक्रिय किया। इस दौरान किशोरी के मोबाइल लोकेशन पर पूरी तरह दोनों एंबेसी ने सतत नजर रख रही थी। इसी के चलते किशोरी कहां-कैसे पहुंची यह पता चलता गया।
25 नवंबर को काठमांडू से निकली थी युवती, 14 दिसंबर को मां को सौंपा
नेपाल की राजधानी काठमांडू से किशोरी 25 नंवबर को फ्लाइट से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंची। इसके बाद वह 26 नवंबर को लखनऊ ट्रेन में बैठकर 27 नंवबर को भोपाल पहुंची। इसके बाद वह बस में बैठकर सीहोर पहुंच गई। इसी दिन टीम ने उसे रेस्क्यू कर लिया गया। और युवक को गिरफ्तार कर लिया गया। 14 दिसंबर को किशोरी को नेपाल एंबेसी के अधिकारियों की मौजूदगी में मां को सौंप दिया गया है।
युवक लगातार कर रहा था बात- मां का आरोप- युवक ने बहला फुसलाकर बुलाया था शादी के लिए
बाल कल्याण समिति को नेपाल एंबेसी ने किशोरी के दोस्त के बारे में बताया था। इसके बाद समिति ने सीहोर पुलिस को जानकारी दी। सीहोर पुलिस ने पहले तो उस युवक को हिरासत में ले लिया। क्योंकि वह मोबाइल द्वारा किशोरी से संपर्क में था। युवक ही उसे पूरी लोकेशन बता रहा था। सीहोर बस स्टैंड पर सादे कपड़ों में महिला पुलिस तैनात थी। जैसे ही वह बस से वह उतरी तो उसे अपने कब्जे में ले लिया। किशोरी ने पुलिस को अपने बयान में बताया कि वह युवक से प्यार करती है और उससे शादी करना चाहती थी। हालांकि किशोरी की मां का आराेप है कि युवक ने उसे बहला-फुसलाकर यहां बुलाया था।