पशु आहार के लिए तैयार तेल की किराना दुकानों पर सप्लाई; मिष्ठान भंडार के कारखाने पर फिर मिला घटिया सामान
फूड प्रोसेसिंग यूनिट और मिठाई बनाने वाली फर्मों पर हुई छापामार कार्रवाई में बुधवार को खुलासा हुआ कि ये फर्में खाद्य पदार्थों के नाम पर शरीर के लिए नुकसानदायक (जहरनुमा खाद्य पदार्थ) सामान बेच रहे हैं। खान-पान के सामान में सक्रिय माफिया पर कार्रवाई के लिए बुधवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह खुद फील्ड में उतरे और पशु आहार के तेल को किराने की दुकानों पर सप्लाई देने वाली एक फैक्टरी के मालिक पर एनएसए की कार्रवाई के लिए आदेश दिया।
पांच फैक्ट्रियों से खाद्य पदार्थों के सैंपल कराए, जिसमें जोधपुर मिष्ठान भंडार का कारखाना भी शामिल है। यहां खराब नारियल पाउडर भी मिला, जिसे मौके पर ही नष्ट कराया गया। कलेक्टर का कहना है कि सैंपलों की जांच राज्य खाद्य प्रयोगशाला में कराई जाएगी। जांच में ये पदार्थ अमानक पाए जाने पर फैक्टरी संचालकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पशुओं वाले तेल की गिरवाई से देशभर में सप्लाई.... गुटखे की पैकिंग में बच्चों के पॉपकार्न
तिली का तेल: गिरवाई पर कृष्णायन गार्डन के सामने स्थित मैसर्स हिमानी शिवानी कैटल फीड्स (तिल फैक्टरी) पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार रात को सील किया था। बुधवार शाम को कलेक्टर श्री सिंह डिप्टी कलेक्टर संजीव खेमरिया के साथ यहां पहुंचे और सील खुलवाकर फैक्टरी में रखा सामान देखा। साथ ही जब्त हुई बिल बुक भी देखी, जिससे स्पष्ट हुआ कि सतीश अग्रवाल की इस फैक्टरी के पास अखाद्य तेलों व पशु आहार के निर्माण संबंधी अनुमति है।
लेकिन सतीश द्वारा मनुष्यों के लिए अखाद्य घोषित पदार्थों को किराने की दुकानों को बेचा जा रहा है। कलेक्टर ने गिरवाई थाना प्रभारी को मौके पर बुलाकर निर्देश दिए कि फैक्टरी मालिक सतीश अग्रवाल के खिलाफ राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने के साथ-साथ एनएसए की कार्रवाई प्रस्तावित की जाए। एक टीम ने हजीरा क्षेत्र में स्थित पशु आहार निर्माण करने वाली एक फैक्टरी का निरीक्षण किया। इस फैक्टरी से भी खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए।
मक्का पॉपकाॅर्न: गिरवाई क्षेत्र में ही संचालिक ओम सांई गृह उद्योग पर भी कलेक्टर श्री सिंह कार्रवाई देखने पहुंचे। यहां मक्का पॉपकॉर्न की पैकिंग गुटखे के पाउच में देखकर कलेक्टर फैक्टरी संचालक पर भड़क गए। उन्होंने सवाल किया कि गोवा गुटखा की पॉलिथिन में बच्चों के खाने वाले पॉपकॉर्न क्यों हैं? संचालक सुरेश कुमार ने कहा ये पैकिंग सस्ती मिली, इसलिए ले ली। तो कलेक्टर ने टीम को सुरेश के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा। यहां इस पॉपकॉर्न को सांई चटकारा फन वूडी नाम से पैक करके बाजार में बेचा जाता है। यहां से जांच के लिए 2 सैंपल लिए गए हैं।
जोधपुर मिष्ठान: बाराघाटा क्षेत्र में जोधपुर मिष्ठान भण्डार की फैक्टरी पर छापामार कार्रवाई की गई। यहां से मावा रोल, काजू कतली, हल्दी पाउडर व दूसरी मिठाइयों के सैंपल लिए गए। साथ ही खराब हो चुके 60 किलो नारियल पाउडर को नष्ट कराया गया। कार्रवाई के दौरान यहां गंदगी मिली। पिछले साल भी खाद्य विभाग की टीम ने यहां छापा मारा था।
तिल: बाराघाटा में स्थित जीडीपी एग्रो एण्ड फूड प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड पर भी छापामार कार्रवाई की गई। इस फैक्टरी से टीम ने खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए। इसके अलावा करीब 5 लाख की 4500 किलो से अधिक तिली एवं 300 किलो मेज स्टार्च को जब्त किया।